आत्मकथ्य कविता में जीवन के किस पक्ष का वर्णन किया गया है?
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कवि ने एक नायिका के रूप में अपने जीवन के स्वप्न को अभिव्यक्त किया है। वह नायिका जो उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती थी।
सुख की ओर अग्रसर करने वाली नायिका।
हर किसी के जीवन में कोई न कोई ऐसा आता है जो पूरे जीवन के लिए प्रेरणा स्रोत का काम करता है। ऐसे व्यक्ति का जीवन में बड़ा महत्व होता है। ऐसी प्रेरणा का स्रोत जीवन को एक लक्ष्य देता है, और जीवन को किसी सार्थक कार्य में लगाने के लिए आत्मबल देता है।
जीवन के पथ पर आगे बढ़ने के पक्ष में जोर दिया गया है।
सुख की ओर अग्रसर करने वाली नायिका।
हर किसी के जीवन में कोई न कोई ऐसा आता है जो पूरे जीवन के लिए प्रेरणा स्रोत का काम करता है। ऐसे व्यक्ति का जीवन में बड़ा महत्व होता है। ऐसी प्रेरणा का स्रोत जीवन को एक लक्ष्य देता है, और जीवन को किसी सार्थक कार्य में लगाने के लिए आत्मबल देता है।
जीवन के पथ पर आगे बढ़ने के पक्ष में जोर दिया गया है।
vipuldingla:
thanks
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आत्मकथ्य कविता छायावादी शैली में जयशन्कर प्रसाद द्वारा लिखी गयी है
इस कविता में कवि ने जीवन के यथार्थ (वास्तविक) ऐन्व अभाव पक्ष की मार्मिक अभिव्यक्ति की है कवि अपनी सुन्दर यादो को सहारा बनाकर थके पथिक की तरह आगे बढ़ रहा है. कविता के द्वारा कवि बताना चाहता है कि हमें अपने वास्तविक जीवन को स्वीकार कर अपने पंथ पर आगे बढ़ना चाहिए.
इस कविता में कवि ने जीवन के यथार्थ (वास्तविक) ऐन्व अभाव पक्ष की मार्मिक अभिव्यक्ति की है कवि अपनी सुन्दर यादो को सहारा बनाकर थके पथिक की तरह आगे बढ़ रहा है. कविता के द्वारा कवि बताना चाहता है कि हमें अपने वास्तविक जीवन को स्वीकार कर अपने पंथ पर आगे बढ़ना चाहिए.
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