Hindi, asked by jaatdesi481, 9 months ago

आदर्शवादी लोगो ने समाज के लिए क्या किया ? गिन्नी का सोना' पाठ के आधार
पर लिखिए।
वजीर अली ने कर्नल को कैसे मात दे दी ? 'कारतूस एकांकी के आधार पर
लिखिए।
तंतारा -वामीरो की त्यागमयी मृत्युमसे निकोबार में क्या परिवर्तन आया ?
समुद्र के गुस्से की क्या वजह थी ? उसने अपना गुस्सा कैसे निकाला ?​

Answers

Answered by shibnarayan
4

Answer:

aadars vadi logo ne samaj me jagrukta felaane or samaj ke logo ko shi marg dikhaya

Answered by shishir303
2

(1)

गिन्नी का सोना पाठ के आधार पर यदि कहीं तो आदर्शवादी लोगों ने समाज के लिए बहुत कुछ किया है। आदर्शवादी लोग वह लोग होते हैं जो केवल अपने लिए नहीं सोचते बल्कि वह अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर परमार्थ के लिए सोचने वाले लोग होते हैं। जो सदैव दूसरों के उत्थान के विषय में सोचते हैं। आदर्शवादी लोग हमेशा दूसरों को उठाने की कोशिश में लगे रहते हैं। इससे समाज को तो भला होता ही है, लोगों को भी प्रेरणा मिलती है। जो व्यवहारिक लोग होते हैं, वह केवल अपने स्वार्थ के लिए जीते हैं। वह केवल अपने वही बातें करते हैं जो जिससे उनका मतलब सिद्ध होता हो, जबकि आदर्शवादी लोग समाज की भलाई वाली बातें करते हैं, वो ऐसे कार्य करने की कोशिश करते हैं। जिससे समाज का भला हो। समाज के पास अगर शाश्वत मूल्यों जैसा कुछ भी यदि है तो वो केवल आदर्शवादी लोगों के कारण ही है।

(2)

वजीर अली ने कर्नल को मात अपने अदम्य साहस और वीरता से दी। वजीर अली एक जांबाज सिपाही था। उसमें हिम्मत और साहस कूट-कूट कर भरा हुआ था। अपने लक्ष्य के लिए जान की बाजी लगाने में उसे जरा भी संकोच नहीं आता था। अपने राज्य से बेदखल होने के बाद वो वो आजमगढ़ और गोरखपुर के जंगलों में भटकता रहा तथा कर्नल के खेमे में घुसकर उसने अपनी जांबाजी से कारतूस हासिल किए। यहाँ तक कि कर्नल भी उसके इस साहस को देखकर दंग रह गया। वो कर्नल से जरा भी नहीं डरा और निडर होकर अंग्रेजों के कैंप में घुसकर कारतूस  हासिल किए थे। इस तरह वजीर अली अपनी वीरता और साहस से कर्नल मात देने में सफल होता है।

(3)

तताँरा-वामीरो की प्रेम कथा ने निकोबारियों के दृष्टिकोण को बदल के रख दिया। निकोबार निवासियों की गाँवों में यह परंपरा थी कि एक गाँव का युवक-युवती दूसरे गांव के युवक-युवती से विवाह नहीं कर सकते थे। तताँरा-वामीरो के बीच आपस में प्रेम होने के कारण दोनों गांव के लोगों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया, और तताँरा-वामीरो को मिलन न हो सका। इस कारण उन्होंने अपनी जान गवाँ दी। तताँरा वामीरो की इस त्यागमयी मृत्यु से निकोबारियों का दृष्टिकोण एकदम बदल गया और उन्होंने अपनी इस परंपरा को बदल डाला। वे दूसरे गांव से विवाह संबंध बनाने लगे। इस तरह तताँर-वामीरो की प्रेम-कथा ने निकोबारियों को अपनी अनुचित परंपरा को बदलने पर मजबूर कर दिया।

(4)

कई सालों से बिल्डर समुद्र को पीछे धकेल दिए जा रहे थे और उसकी जमीन हथियाते जा रहे थे। इस तरफ से समुद्री सीमा से घटती जा रही थी। एक दिन समुद्र ने टांगे समेटी और फिर आकर बैठ गया और फिर खड़ा हो गया, लेकिन तब भी जगह कम पड़ने लगी तब समुद्र को गुस्सा आ गया और गुस्से में आकर उसने तीन जहाजों को उठाकर फेंक दिया।

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