आधुनिक युग में संचार के साधन अथवा संचार के आधुनिक साधन पर निबंध
Answers
“संचार साधन”
भूमिका:-> संचार के साधन है जिसके माध्यम से मनुष्य एक दूसरे के साथ आपस में जुड़े रहते हैं। समय बदलने के साथ-साथ संचार साधनों में भी परिवर्तन होता गया । और आज उस का विकसित रूप हमारे सामने हैं।
अगर समाचार सादर ना होते, तो हम कभी भी एक दूसरे के बारे में नहीं जान पाते। हमें कोई भी जानकारी नहीं होती कि किस देश में क्या हो रहा है। हां जी सब कुछ संभव हो पाया है तो वह केवल संचार माध्यमों के कारण।
संचार साधनों का प्राचीन इतिहास:->प्रारंभ मनुष्य अपने विचारों को भेजने के लिए चित्रों ढोल नगाड़े आदि की सहायता लेता था। फिर धीरे-धीरे द्रुतगामी अश्व को प्रयोग में लाया गया। कथा संदेश भेजने के लिए कबूतरों का भी प्रयोग किया जाता था।
उसके बाद चिट्ठियों का प्रचलन बढ़ा लोग अपने सगे संबंधियों को चिट्ठियों के माध्यम से संपर्क किया करते थे।
लेकिन आज इंसान ने इतना विकास कर लिया है कि आज दूरभाष यंत्रों के माध्यम से हम दुनिया के किसी भी कोने में बातचीत कर सकते हैं। आज इंटरनेट इतना विकसित हो चुका है कि दुनिया के किसी भी कोने में किसी भी व्यक्ति के साथ संपर्क कर सकते हैं।
आज व्यक्ति सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से दूर देश में रहते हुए भी अपने मित्रों सगे संबंधियों के साथ हर समय संपर्क में रहता है। यह सब तभी संभव हो पाया जब संचार क्रांति ने अपने क्षेत्र में अद्भुत विस्तार किया।
उपसंहार:-> आधुनिकता के इस दौर में हमने बहुत ज्यादा विकास कर लिया है और हमने ऐसे ऐसे साधन तैयार कर लिए हैं, जिनका हम प्रयोग अपनी सुविधा के लिए करते हैं । अगर साधनों का दुरुपयोग होता है, तो हमारे लिए घातक सिद्ध होगा।
Answer:भूमिका:-> संचार के साधन है जिसके माध्यम से मनुष्य एक दूसरे के साथ आपस में जुड़े रहते हैं। समय बदलने के साथ-साथ संचार साधनों में भी परिवर्तन होता गया । और आज उस का विकसित रूप हमारे सामने हैं।
अगर समाचार सादर ना होते, तो हम कभी भी एक दूसरे के बारे में नहीं जान पाते। हमें कोई भी जानकारी नहीं होती कि किस देश में क्या हो रहा है। हां जी सब कुछ संभव हो पाया है तो वह केवल संचार माध्यमों के कारण।
संचार साधनों का प्राचीन इतिहास:->प्रारंभ मनुष्य अपने विचारों को भेजने के लिए चित्रों ढोल नगाड़े आदि की सहायता लेता था। फिर धीरे-धीरे द्रुतगामी अश्व को प्रयोग में लाया गया। कथा संदेश भेजने के लिए कबूतरों का भी प्रयोग किया जाता था।
उसके बाद चिट्ठियों का प्रचलन बढ़ा लोग अपने सगे संबंधियों को चिट्ठियों के माध्यम से संपर्क किया करते थे।
लेकिन आज इंसान ने इतना विकास कर लिया है कि आज दूरभाष यंत्रों के माध्यम से हम दुनिया के किसी भी कोने में बातचीत कर सकते हैं। आज इंटरनेट इतना विकसित हो चुका है कि दुनिया के किसी भी कोने में किसी भी व्यक्ति के साथ संपर्क कर सकते हैं।
आज व्यक्ति सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से दूर देश में रहते हुए भी अपने मित्रों सगे संबंधियों के साथ हर समय संपर्क में रहता है। यह सब तभी संभव हो पाया जब संचार क्रांति ने अपने क्षेत्र में अद्भुत विस्तार किया।
उपसंहार:-> आधुनिकता के इस दौर में हमने बहुत ज्यादा विकास कर लिया है और हमने ऐसे ऐसे साधन तैयार कर लिए हैं, जिनका हम प्रयोग अपनी सुविधा के लिए करते हैं । अगर साधनों का दुरुपयोग होता है, तो हमारे लिए घातक सिद्ध होगा।
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