Hindi, asked by sandy35448, 1 year ago

अब भी हरी भरी धरती है

ऊपर नील वितान है
पर न प्‍यार हो तो जग सूना
जलता रेगिस्‍तान है


isske vyakha hindi mein karne hai

Answers

Answered by neha30211518
6

it's already in hindi language mate


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Answered by shishir303
18

यह पंक्तियां ‘विनय महाजन’ द्वारा रचित “मत बांटो इंसान को” कविता से ली गई हैं। इन पक्तियों का अर्थ इस प्रकार होगा।

भावार्थ — कवि कहता है कि चारों तरफ हरी-भरी धरती है और ऊपर नीला आकाश है। लेकिन इस हरी-भरी धरती और ऊपर नीले आकाश से यह धरती बेहद सुंदर दिखाई देती है। लेकिन यह हरी भरी धरती कितनी भी सुंदर हो लेकिन इसका सुंदरता  प्यार के बिना अधूरी है। अर्थात जब इस जगत में सब लोग एक दूसरे से प्रेम करें, सद्भाव से रहें तब ही इस हरी भरी धरती का महत्व है। अगर लोग एक दूसरे के प्रति द्वेष भाव रखेंगे तो यही हरी-भरी धरती भी एक जलते हुए रेगिस्तान के सामान बन जाती है।

यहां इन पंक्तियों में कवि ने प्रेम और सद्भाव का महत्व बताया है और सभी इंसानों को भाईचारे से रहने की प्रेरणा दी है।

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