Chemistry, asked by mareeswaran2903, 9 months ago

अभिक्रिया N_2(g) + 3H_2(g) \rightleftharpoons 2NH_3(g) के लिए (500 K पर) साम्य स्थिरांक K_c = 0.061 है। एक विशेष समय पर मिश्रण का संघटन इस प्रकार है-
3.0 mol L^{-1} N_2, 2.0 mol L^{-1} 1 H_2 एवं 0.5 0.5 mol L^{-1} NH_3 क्या अभिक्रिया साम्य में है? यदि नहीं, तो साम्य स्थापित करने के लिए अभिक्रिया किस दिशा में अग्रसर होगी?

Answers

Answered by sakshisingh27
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Answer:

hi

buddy here is your answer

Explanation:

किसी रासायनिक अभिक्रिया के सन्दर्भ में रासायनिक साम्य (chemical equilibrium) उस अवस्था को कहते हैं जिसमें समय के साथ अभिकारकों एवं उत्पादों के सांद्रण में कोई परिवर्तन नहीं होता। प्रायः यह अवस्था तब आती है जब अग्र क्रिया (forward reaction) की गति पश्चक्रिया (reverse reaction) की गति के समान हो जाती है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि अग्रक्रिया एवं पश्च क्रिया के वेग इस अवस्था में शून्य नहीं होते बल्कि समान होते हैं।

यदि उच्च ताप (५०० डिग्री सेल्सियस) पर किसी बंद प्रक्रिया पात्र में हाइड्रोजेन तथा आयोडीन को आण्विक अनुपात में साथ साथ रखा जाए, तो निम्नांकित क्रिया प्रारंभ होती है :

H2 + I2 --> 2H

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Answered by ankugraveiens
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Q_C\neq K_C , इसलिए साम्य स्थापित  नही होगा |

K_C>Q_C , इसलिए साम्य स्थापित करने के लिए अभिक्रिया बाएँ से दाएँ अग्रसर होगी |

Explanation:

प्रश्न मे दी हुई अभिक्रिया ;   N_2(g)   +   3H_2(g)  \rightleftharpoons 2NH_3(g)   , K_C = 0.061 = 6.1 \times 10^{-2}

समय पर मिश्रण का संघटन और उसके के अणु की सांद्राता ,

    [N_2]= 3.0 mol L^{-1}  , [H_2]= 2.0 mol L^{-1}  और  [NH_3]= 0.5 mol L^{-1}

  अब ,

            Q_C = \frac{[NH_3]^2}{[H_2]^3[N_2]} = \frac{(0.5)^2}{(2.0)^3 \times(3.0)}

               Q_C = \frac{0.25}{24} = 0.0104 = 1.04 \times 10^{-2}

   चूकि यहा ,   Q_C\neq K_C  इसलिए साम्य स्थापित  नही होगा |

अर्थात , चूकि  यहा , K_C>Q_C  साम्य स्थापित करने के लिए अभिक्रिया बाएँ से दाएँ अग्रसर होगी |

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