adminama ke charo padyansho me di gayi manushya ki saari pravittiya dijiye
Answers
I don't understand the question
Explanation:
Question 3: ‘आदमी नामा’ शीर्षक कविता के इन अंशों को पढ़कर आपके मन में मनुष्य के प्रति क्या धारणा बनती है?
उत्तर: मनुष्य भाँति भाँति के होते हैं। कोई अच्छा होता है तो कोई बुरा। कोई आलीशान महलों में रहता है तो उस महल को बनाने वाला मजदूर किसी झोपड़ी में रहता है। कोई धर्मात्मा होता है तो कोई पापी होता है।
Question 4: इस कविता का कौन सा भाग आपको सबसे अच्छा लगा और क्यों?
उत्तर: जिस भाग में मस्जिद बनानेवाले, मौलवी, नमाज पढ़ने वाले और मस्जिद के बाहर से जूते चुराने वाले का जिक्र हुआ है वह भाग मुझे सबसे अच्छा लगा। इस भाग में कवि ने जबरदस्त कटाक्ष किया है। सबसे ताज्जुब की बात यह है कि जूते चुराने वाले आज से तीन सौ साल पहले भी थे और अब भी हैं।
Question 5: आदमी की प्रवृत्तियों उल्लेख कीजिए।
उत्तर: आदमी बहादुर हो सकता है और कायर भी। आदमी पुण्यात्मा हो सकता है और पापी भी। कोई आदमी किसी की जान बचाता है तो कोई किसी की जान ले लेता है। आदमी चोर भी हो सकता है और पहरेदार भी।