अगर चिड़िया बोल पाती तो लेखक को क्या कहती। कक्षा आठवीं । पाठ अलार्म घड़ी।
Answers
‘वह चिड़िया एक अलार्म घड़ी थी’ पाठ के आधार पर कहें तो चिड़िया अगर बोल पाती तो लेखक से इस तरह बात करती...
चिड़िया और लेखक के बीच एक काल्पनिक संवाद...
चिड़िया : उठो कवि, इतनी देर तक सोना अच्छी बात नही है।
लेखक : सोने दो चिड़िया।
चिड़िया : तुम मुझे देखो, मैं कितनी सुबह जल्दी उठ जाती हूँ और दाने की तलाश में चली जाती हूँ।
लेखक : पहले तुमने मेरे कमरे में अपना घर बना लिया, अब मुझे परेशान कर रही हो।
चिड़िया : मैं तुम्हारी आदत सुधारना चाहती हूँ कवि, सुबह जल्दी उठना सेहत के लिये बहुत अच्छा है। एक कर्मठ व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर अपने काम पर लग जाना चाहिये।
लेखक : हाँ मुझे तुम्हारी ये बता कुछ-कुछ समझ आ रही है, मैं भी अब जल्दी उठने की कोशिश करने लगा हूँ, सुबह-सुबह मेरे कमरे में तुम्हारी चहचहाहट मुझे भी जगा देती है।
चिड़िया : मेरी वजह से तुम्हारी किसी आदत में सुधार हुआ ये मेरे लिये बड़ी खुशी की बात है। अब मैं क्या हमेशा के लिये तुम्हारे कमरे अपना घोंसला बना सकती हूँ।
लेखक : हाँ, बिल्कुल, अब तुम्हे छोडकर मत जाना क्योंकि तुम्हारी आवाज से मैं जल्दी उठ जाया करूंगा। तुम मेरे लिये अलार्म घड़ी की तरह काम करोगी।
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Answer:
अगर चिड़िया बोल पाती -
Explanation:
चिड़िया - उठ जाओ कवि और जल्दी से दरवाजा खोलो ।
कवि - सोने दो मुझे।
चिड़िया - इतनी देर तक सोना अच्छी बात नहीं है।
कवि - तो मैं क्या करू रात को देर तक पढ़ने के कारण सुबह जल्दी नहीं उठा जाता है।
चिड़िया - जीवन में संघर्ष करना पड़ता है।
कवि - बात तो सही है।
चिड़िया - चलो जल्दी दरवाजा खोलो।
कवि - हां बिल्कुल।
चिड़िया - देखो बाहर कितना सुहाना मौसम है। सुबह की ताज़ा हवा ...
कवि - से मन मोहित हो जाता है। आज से मैं इस समय जग जाऊंगा।
मुझे तुम रोज जगा देना।