agni se savdhani hati durghatna ghati essay 250 words in hindi
Answers
१. आग लगने पर तुरंत १०१ नंबर पर कॉल करके सूचना दें | यह न सोचें कि कोई दूसरा इसकी सूचना पहले ही दे चुका होगा |
२. आग लगने पर सबसे पहले इमारत की अग्नि चेतावनी की घंटी (फायर अलार्म) को सक्रिय करें | फिर बहुत जोर से “आग-आग” चिल्लाकर लोगों को सचेत करें | चेतावनी कम शब्दों में ही दें, नहीं तो लोगों को घटना की गंभीरता समझने में ज्यादा समय लग जायेगा |
३.आग लगने पर लिफ्ट का उपयोग न करें ,केवल सीढ़ियों का ही प्रयोग करें |
४.धुएँ से घिरे होने पर अपने नाक और मुँह को गीले कपडे से ढँक लें |
५. अगर आप धुएं से भरे कमरे में फँस जाएं और बाहर निकलने का रास्ता न हो ,तो दरवाजे को बंद कर लें ,और सभी दरारों और सुराखों को गीले तौलिये या चादरों से सील कर दें, जिससे धुआं अंदर न आ सके|
६.अगर आग आपकी अपनी ईमारत में लगी है ,और आप अभी फ़से नहीं हैं तो पहले बाहर आएं और वहीं रूककर १०१ नंबर पर अग्निशमन सेवा को घटना की सूचना दें |
७.अपने घर और कार्यालय में स्मोक (धुआं) डिटेक्टर अवश्य लगाएं क्योकि अपनी सुरक्षा के उपाय करना सदैव ही बेहतर और अच्छा होता है|
८.निश्चित अंतराल पर इमारत में लगे फायर अलार्म, स्मोक डिटेक्टर, पानी के स्त्रोत ,सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली , अग्निशामक की जांच करवाते रहें |
९.अपने आस पास लगे अग्निशामक की तारीख जांच लें| ध्यान दें की समय समय पर उसकी सर्विसिंग हो और उसमे आग बुझाने वाले गैस अथवा केमिकल को बदला/भरा जाए|
१०. अग्निशामक यन्त्र का प्रयोग कब और कैसे करना है ,इस बारे में अवश्य जाने और लोगों को भी इसकी जानकारी दें|
Answer:
Explanation:
आग लगने से बहुत कुछ सीखा है और यह एक तरह से बहुत कुछ है