Hindi, asked by bhomabhomaram58, 9 months ago

अहिंसा और युवा पर निबंध​

Answers

Answered by 14146Lavanya
0

Answer:

अहिंसा और युवा दो विरोधाभासी शब्द हैं, क्योंकि युवा गर्मजोशी और उबलते खून से भरा होता है, जो जरा-जरासी बात पर उत्तेजित हो जाता है और हिंसा पर उतारू हो जाता है। इसलिए युवा और अहिंसा दो विपरीत और विरोधाभासी अर्थ लिए हुए हैं।

यह आवश्यक नहीं सारे युवा हिंसक ही होते हैं। किसी भी तरह की हिंसा किसी भी दृष्टि से उचित नहीं होती। अक्सर देखने में आया है कि युवा लोग आक्रामक अधिक होते है, उनमें जोश एवं उत्साह होता है। थोड़ी से किसी वाद-विवाद में छोटी सी बात पर उत्तेजित हो जाते हैं और हिंसक बन जाते हैं, क्योंकि उनके खून में उबाल होता है।

युवावस्था जोश का प्रतीक है वह उत्साह का प्रतीक है। कुछ कर गुजरने का अवस्था होती है। हिंसा के मायाजाल में उलझकर युवा अपने जीवन को गलत राह पर ले जा सकते हैं। जोश और उत्साह का तात्पर्य यह नहीं कि हिंसा भी की जाए।

हिंसा पर भी काबू पाया जा सकता है बशर्ते अगर अपने मन को नियंत्रण में रखा जाए। अपने क्रोध पर नियंत्रण स्थापित किया जाए। अगर युवा बात-बात पर हिंसा करने की बजाय अपने जोश और उत्साह तथा गर्मजोशी को सकारात्मक कार्यों में लगाएं तो वह न केवल समाज के हित का कार्य करेंगे बल्कि स्वयं के हित का भी कार्य करेंगे।

Explanation:

please mark brainly.

Answered by aroranishant799
0

Answer:

अहिंसा और युवा पर निबंध​ नीचे दिया गया है:

Explanation:

युवावस्था जोश का प्रतीक है वह उत्साह का प्रतीक है। कुछ कर गुजरने का अवस्था होती है। हिंसा के मायाजाल में उलझकर युवा अपने जीवन को गलत राह पर ले जा सकते हैं। जोश और उत्साह का तात्पर्य यह नहीं कि हिंसा भी की जाए।

युवाओं में अहिंसा लाने के लिए हमें पहले उन्हें शिक्षित करना होगा। शिक्षा को देश के कोने-कोने तक पहुंचाना है। क्योंकि शिक्षित युवा अहिंसा के मूल्य को जल्दी और आसानी से समझ सकेंगे। इसके अलावा हमें देश के युवाओं को अहिंसा के प्रति जागरूक करना है। उन्हें यह बताना होगा कि हिंसा आपको कभी न्याय नहीं दिलाएगी।

क्योंकि इतिहास गवाह है कि जिन लोगों ने हिंसा को अपनाया है, उन्होंने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया है। लेकिन अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति को हमेशा सुख मिला है। ऐसा व्यक्ति न केवल अपने बारे में सोचता है, बल्कि लोगों के कल्याण और देश के विकास के बारे में भी सोचता है। अहिंसक व्यक्ति समाज और परिवार में सम्मान के साथ जीवन व्यतीत करता है। वह अपने हर सपने को साकार करने में भी सफल होता है।

लेकिन हम सभी भारतीयों को यह याद रखना चाहिए कि अगर अपने देश का भविष्य उज्जवल और बेहतर बनाना है तो देश की युवा पीढ़ी को अहिंसा का रास्ता अपनाना होगा। क्योंकि किसी भी देश की युवा पीढ़ी उस देश की रीढ़ की हड्डी होती है। इसलिए अब हम सभी को अहिंसक बनकर देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देना है।

#SPJ3

Similar questions