ऐमीनो अम्लों की उभयधर्मी प्रकृति को आप कैसे समझाएंगे?
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ऐमीनो अम्लों की उभयधर्मी प्रकृति को हम निम्न रूप से समझा सकते है -
• एमिनो अम्लों मे उपस्थित कार्बोक्सिल समूह अम्लीय प्रकृति का तथा एमिनो समूह क्षारीय प्रकृति का होता है| अर्थात एमिनो अम्ल क्षारीय व अम्लीय दोनों प्रकृति के होते है| जलीय विलयन में -COOH समूह एक H+ खोता है तथा —NH2, समूह इसे स्वीकार करता है। इस प्रकार ज्विट्टर आयन का निर्माण होता है।
अतः इनकी उभयधर्मी प्रकृति होती है|
• (i) क्षारीय एमिनो अम्ल :- ऐसे एमिनो अम्ल जिनमे कार्बोक्सिल समूह की तुलना मे एमिनो समूह की संख्या अधिक होती है|
• (ii) अम्लीय एमिनो अम्ल :- वे एमिनो अम्ल जिनमे एमिनो समूह की तुलना मे कार्बोक्सिल समूह की संख्या अधिक होती है|
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