Hindi, asked by dhimananshika1234, 7 months ago

Akhiyan Hari e Darshan ki bhukhi Kaise Rahe rup Ras Ranchi e a Batiya suni rukhi​

Answers

Answered by bhatiamona
1

अंखियां हरि-दरसन की भूखी।

कैसे रहैं रूप-रस रांची ये बतियां सुनि रूखी॥

`अंखियां हरि-दरसन की भूखी यह पंक्तियाँ कवि सूरदास जी द्वारा लिखी गई है|

इन पंक्तियों में कवि गोपियों की भावना को कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति को दर्शाना चाहते है, वह कहना चाहते है कि हमारी आँखें हरी का दर्शन करना चाहती है| यह उनका दर्शन न पा कर उदास रहती है| वह उनका दर्शन करना चाहते है| उद्धव के द्वारा संदेश लेकर आने के लिए वह और भी ज्यादा दुखी है|

▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬

संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...►

https://brainly.in/question/9931484

Udhaw gopiyon ke paas jis uddesya se aaye the usme safal ho sake ya nahi?

Similar questions