अलौकिक का शुद्ध रूप क्या है
Answers
अलौकिक का शुद्ध रूप क्या है :
'अलौकिक' शब्द का शुद्ध रूप 'अलौकिक' ही होगा।
अलौकिक : अलौकिक
अलौकिक अर्थात जो इस लोक में नही मिलता है, दूसरे लोक में मिलता है |
अलौकिक का विलोम शब्द होगा : लौकिक
व्याख्या
किसी वाक्य या शब्द का शुद्ध रूप करते समय वाक्य में मात्राओं आदि का प्रयोग आदि सब देखना पड़ता है। ऊपर दिया गया वाक्य में आलौलिक शुद्ध रूप मे ही है। इसलिये उसमे परिवर्तन की आवश्यकता नहीं है।
Answer:
अलौकिक
Explanation:
वर्तनी: किसी शब्द को लिखने में प्रयुक्त अक्षरों के क्रम को वर्तनी या अक्षर के रूप में जाना जाता है; अंग्रेजी में स्पेलिंग को स्पेलिंग और उर्दू में हिज्जे कहा जाता है। किसी भाषा की सभी ध्वनियों को सुधारने के लिए वर्तनी विकसित की जाती है।
किसी भाषा की वर्तनी की क्षमता जितनी अधिक अन्य भाषाओं की ध्वनियों को अपने साथ अवशोषित करने की होती है, उतनी ही मजबूत और सक्षम भाषा की वर्तनी होगी। भाषाई ध्वनियों का उच्चारण वर्तनी से घनिष्ठ रूप से जुड़ा होता है।
भाषा विचारों को संप्रेषित करने का एक सशक्त माध्यम है और भाषा की सबसे छोटी अर्थपूर्ण इकाई शब्द है। मनुष्य अपने विचारों को मौखिक और लिखित दोनों रूपों में भाषा के माध्यम से व्यक्त करता है।
इस मानसिक कथन के लिए सटीक शब्दों की आवश्यकता होती है। अन्यथा, संदेश के खो जाने में अधिक समय नहीं है। क्षेत्रीयता, ध्वन्यात्मक भिन्नताएं, और व्याकरणिक जागरूकता की कमी सभी वर्तनी की समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
अलौकिक का शब्द रूप अलौकिक ही है।
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