अलंकार पहचानो और नाम लिखी:
चारु चंद्र की चंचल किरण, खेल रही थी जल थल
तब तो बहता सभम शिला-सा जम जायेगा
बरसत, बारिद, बूंद
काली वटा का का घमंड चटा
करें कवि वेनी, बनी व्याल कीचुराईलीनी
रुपति शबव राजा राम
तीन बरबाती पी वी तीन बेर खाती थी
Answers
Answered by
1
Explanation:
चारु चंद्र की चंचल किरण, खेल रही थी जल थल - अनुप्रास अलंकार
तब तो बहता सभम शिला-सा जम जायेगा - उपमा अलंकार
बरसत, बारिद, बूंद - अनुप्रास अलंकार
काली वटा का का घमंड चटा - यमक अलंकार
करें कवि वेनी, बनी व्याल कीचुराईलीनी - यमक अलंकार
रुपति शबव राजा राम - अनुप्रास अलंकार
तीन बरबाती पी वी तीन बेर खाती थी - यमक अलंकार
Similar questions