अम्लीय मूलक तथा क्षारीय मूलक में अंतर?
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एक अणु के प्रोटॉन खो जाने के बाद कट्टरपंथी को पीछे छोड़ दिया गया है जिसे एसिड रेडिकल कहा जाता है…इसी तरह उस मूल तत्व को छोड़ दिया गया है जो किसी अणु को नष्ट कर देता है।उदाहरण के लिए, जब नाओ ना + और ओह-आयन अलग हो जाता है, तो ना + ने एक ओह खो दिया है, इसलिए मूल-मूलांक कहलाता है।
Answer:
मूलक (radical) तत्वों के ऐसे समूह को कहते हैं, जो यौगिकों में एक रासायनिक तत्व सा व्यवहार करता है। यौगिकों में यह किसी तत्व का स्थान ले सकता है अथवा उसे विस्थापित कर सकता है। मूलक में असंयुक्त बंधुता होती है, जिससे यह असंयुक्त दशा में साधारणतया स्थायी नहीं होता, यद्यपि कुछ मूलक, जैसे कार्बोनिल (CO) और नाइट्रोसिल (NO) असंयुक्त पाए गए हैं।
मूलक अकार्बनिक और कार्बनिक दोनों प्रकार के हो सकते हैं। अकार्बनिक मूलकों में ऐमोनियम (NH4-), सल्फेट (SO4) और फास्फेट (≡ PO4) एवं कार्बनिक मूलकों में सायनोजन (-CN), बेंजायल (C6H7O-) और मेथाइल (- CH3) उल्लेखनीय हैं। मूलक का विचार गे लुसैक (gay lussac) ने पहले १८१५ ई० में रसायनज्ञों के संमुख रखा था और लिबिख (liebig) और वलर (wohler) ने १८३२ ई० में बेंजायल मूलक पर एक निबंध लिखकर इसके महत्व को बढ़ाया।