Hindi, asked by Shreyalisdumb, 1 month ago

अनुच्छेद लेखन
Topic मेरी बुरी आदत ऐसे छूटी​

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Answered by virendrasaranpc
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लत, एक आवृत्ति क्रिया है जो व्यक्ति के बार-बार दोहराए जाने पर व्यक्ति में विकसित होता जाता है। जिसके न करने पर मस्तिष्क शरीर को संकेत भेजता है एवं व्यक्ति के शरीर, स्वास्थ्य में बदलाव देखे जा सकते हैं।

आदत और लत में अंतर

आदत और लत के मध्य बहुत पतली रेखा अंकित है। जिससे लोगों को ऐसा लगता है आदत और लत एक ही विषय है पर ऐसा नहीं है। आदत पर हमारा नियंत्रण हो सकता है जबकि लत पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं होता है।

आदत से तात्पर्य - हाथ के नाखून चबाना, पैर हिलाना, व्यक्ति की आदत हो सकती है लत नहीं। यकीनन इससे व्यक्ति को बहुत अधिक नुकशान नहीं पहुंच सकता है।

लत से तात्पर्य - किसी आदत के सीमा पार कर जाने पर वह लत का रूप ले लेता है। नशीले पदार्थ के सेवन से व्यक्ति का जीवन नष्ट हो सकता है। इस बात का ज्ञान होने पर भी व्यक्ति हर हाल में नशीले पदार्थ का सेवन करता है। किसी व्यक्ति की मित्रता से हमें उस विशेष व्यक्ति की आदत हो सकती है पर उस विशेष व्यक्ति के आदत में उसकी गुलामी करने लग पड़ना इस बात का इशारा है की हमें उस व्यक्ति की लत पड़ चुकी है।

लत पड़ने के प्रमुख कारण

आनंद प्राप्ति - चिंता, शोक, बोरियत, अवसाद (Depression) से भागते हुए व्यक्ति आनंद की प्राप्ति के इच्छा से किसी वस्तु, कार्य, संसाधन या पदार्थ का उपयोग नियमित रूप से करने लगता है। यह लत का कारण है।

संगति - व्यक्ति की संगति (दोस्त) व्यक्ति के व्यक्तित्व पर गहरा प्रभाव डालता है। हम जिन्हें हृदय से चाहते हैं उनके स्वाभाव से प्रभावित हो कर हम भी वह कार्य करने लगते हैं जो कार्य हमारे मित्र करते हैं।

दिखावा - बार जाना, देर रात पार्टी कर शराब पीना, जुआ खेलना तथा अन्य बुरी आदतों को युवा पीढ़ी आधुनिकता का नाम देती है। इस वजह से भी कुछ व्यक्ति लोगों को दिखाने मात्र के लिए इन बुरी आदतों को पालते हैं। यह दिखावा बाद में इनकी ज़रूरत का रूप ले लेती है।

निष्कर्ष

किसी सामग्री, कार्य या वस्तु की आदत हमें संभवतः लाभ पहुंचा सकती है पर इन तमाम चीजों की लत से हमें हानि के अलावां और कुछ नहीं प्राप्त होगा।

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Answered by anshukumary546
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Answer:

यकीनन इससे व्यक्ति को बहुत अधिक नुकशान नहीं पहुंच सकता है। लत से तात्पर्य - किसी आदत के सीमा पार कर जाने पर वह लत का रूप ले लेता है। नशीले पदार्थ के सेवन से व्यक्ति का जीवन नष्ट हो सकता है। इस बात का ज्ञान होने पर भी व्यक्ति हर हाल में नशीले पदार्थ का सेवन करता है।

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