Hindi, asked by 0555, 1 year ago

अन्न पराया पाइ के, खाओ पेट अघाइ | देह मिले फिर फिर यहां, अन्य परायो नाही ||
में कौन सा रस है

Answers

Answered by ranveer2345
10

Answer:

करूण रस होगमेरे हिसाब से

Answered by ksaroj72260
5

Answer:

हास्यरस

Explanation:

इस काव्य में दूसरे के अन्न को खूब खाने को कहा गया है और कहा गया है कि शरीर बार-बार मिलेगा, पर दूसरे का अन्न नहीं!

यही तो हास्य है ।

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