Anekta mein ekta par kavita
Answers
अनेकता में एकता है भारत की विशेषता,
धर्म हैं अनेक,
पर उन सबका भारत घर है एक,
हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई,
सब हैं भारतीय भाई।
भाषायें अलग अलग हैं,
हिंदी, तेलुगु, तमिल, पंजाबी, ओड़िया
नृत्य अलग अलग हैं,
भरतनाट्यम, मणिपुरी, कत्थक, कुचिपुड़ी
पर भारतीय संस्कृति एक है।
रूप अलग हैं रंग अलग हैं,
बोलने के ढंग अलग हैं,
पर सब से मिलकर है भारत की शोभा सारी,
अनेकता में एकता से लगती है भारत भूमि अम्बर से भी प्यारी।
Here is..
जनता निद्रा से जागो, देश हित में आगे आओ
नेताओं को लड़ने दो, तुम मत दंगे फैलाओ
मेरे देश के युवा सुनो, धर्मो को पीछे छोड़ो
मानवता की बात करो, सब मिलकर कदम बढ़ाओ
जनता निद्रा से जागो, देश हित में आगे आओ
मेरी माताओं और बहनो, तुम भी अपना फ़र्ज़ निभाओ
अपने-अपने बच्चों को तुम, इंसानियत का सबक सिखाओ
जनता निद्रा से जागो, देश हित में आगे आओ
वोटों को मत अपने बेचो, लोकतंत्र की मर्यादा जानो
नेता के चंगुल में न आओ, उसको अपनी ताकत बतलाओ
जनता निद्रा से जागो, देश हित में आगे आओ
आपस में तुम लड़ो नहीं, दुश्मनो से तुम डरो नहीं
भारत माँ को ज़रूरत हो, तो तुम सीमा पर आ जाओ
जनता निद्रा से जागो, देश हित में आगे आओ