Answer according to instructions pls and not any other answers I beg u
Answers
☞ यदि मैं नेता होता पर निबंध
यदि मैं नेता होता, तो नेता होने का अर्थ बदलने की कोशिश करता। हमारे देश में नेता लोगों की छवि अच्छी नहीं है। नेता शब्द सुनते ही दिमाग में एक भ्रष्ट व्यक्ति की तस्वीर उभरने लगती है। इसका कारण यह रहा है कि नेता लोगों ने अपनी छवि वैसे ही बना रखी है। आज राजनीति अपने स्वार्थों की पूर्ति का अखाड़ा बनकर रह गया है।
यदि मैं नेता होता तो नेताओं की इस छवि को बदलने का प्रयत्न करता। मैं नेता होता तो सिर्फ नेतागिरी न करके समाज सेवा से इसे जोड़ने का प्रयत्न करता। मेरा प्रथम लक्ष्य अपने देश के हित के लिए कार्य करना होता। मैं नेता होता तो सबसे पहले नेताओं के लिए एक आचार संहिता अनिवार्य करने का नियम बना था। जैसे हर पद में हर क्षेत्र में व्यक्ति के लिए एक आचार संहिता है, मैं नेताओं के लिए भी वैसा ही करता।
यदि मैं नेता होता तो राजनीति में अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह अंकुश लगाता ताकि राजनीति में स्वच्छ छवि के ईमानदार लोग आएं और नेता लोगों की छवि में सुधार हो। मैं नेता होता तो मैं वह सभी कार्य करने का ईमानदारी से प्रयत्न करता जिसका वायदे मैंने जनता से किया था।
-----------------------------------------
अतिरिक्त जानकारी
-----------------------------------------
☞ अच्छा निबंध कैसे लिखें ?
- बंधें हों वाक्य: निबंध का अर्थ है बंधा हुआ।
- ज्यादा बड़ा न हो: तुम हमेशा यह सोचते हो कि निबंध का अर्थ है 4/5 पेज का लम्बा चौड़ा।
- भाषा: यह निबंध की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है।
- विषय से संबंधित: जब कोई निबंध लिखना हो तो रफ लिख लेना चाहिए कि, पहले क्या बताना है, फिर प्वाइंट बना लो, इसके बाद उन्हें पैराग्राफ में लिखो।