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निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
1. केशव और श्यामा के मन में चिड़िया के अण्डों के बारे में क्या- क्या सवाल उठते थे?
२. केशव और श्यामा आण्डों के बारे में आपस में ही सवाल-जवाब क्यों करते थे?
३. दोनों बच्चों ने अण्डों की सुरक्षा के लिए क्या- क्या उपाय किए?
Answers
Answer:
1. कार्निस के ऊपर चिड़ियाँ के अंडे थे। केशव और श्यामा ने सोचा कि शायद अब अंडों से बच्चे निकल आए होंगे। अब उन दोनों के मन में ये सवाल उठ रहे थे कि चिड़ियाँ बेचारी इतना दाना कहाँ से पाएगी कि सारे बच्चों का पेट भर सके। शायद बच्चों को धूप भी लगती होगी और प्यास से भी तड़पते होंगे।
2. केशव और श्यामा की माता जी घर के कामों में बहुत व्यस्त रहती थीं और उनके पिता के पास पढ़ाई-लिखाई का कार्य हुआ करता था। उन दोनों के सवालों का जवाब देने के लिए कोई नहीं रहा था इसलिए वे स्वयं ही एक दूसरे के सवालों का जवाब देकर तसल्ली दे दिया करते थे।
3. इसके लिए कपड़े का चिथड़ा बिछाया, जिससे उन्हें आरामदायक घोंसला दिया जा सके। उन्होंने अंडों के सिर पर एक टोकरी लगा दी जो उन्हें धूप से बचा सके। उन्होंने उनके दाना-पानी के लिए चावल के दाने व प्याली का इंतजाम किया जिससे माता-पिता (चिड़ा और चिड़िया) को घोंसला छोड़कर बार-बार अपने बच्चों से दूर बाहर न जाना पड़े।
Explanation:
- Hopes it was helpful :)
Answer:
केशव और श्यामा के मन में चिड़िया के अण्डों के बारे में क्या- क्या सवाल उठते थे?
२. केशव और श्यामा आण्डों के बारे में आपस में ही सवाल-जवाब क्यों करते थे?
३. दोनों बच्चों ने अण्डों की सुरक्षा के लिए क्या- क्या उपाय किए?