anu pustika wapas lautaane per abhar pradarshit karte hue apne sahpathi ko patra likho (in hindi)
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पार्सल खोलने पर मुझे यह देखकर अत्यन्त आश्चर्य हुआ साथ ही प्रसन्नता भी हुई कि उसमें मेरी खोई हुई वही पुस्तक मौजूद थी, जिसके लिए मैं काफी परेशान था। ... आपने पुस्तक लौटाकर मुझ पर बहुत बड़ा उपकार किया हैं। इसके लिए मैं हमेशा आपका आभारी रहूँगा। एक बार पुनः मैं आपको धन्यवाद करता हूँ।
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main nahi likhunga mujhe bekar mein time waste nahin karna
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