Hindi, asked by shantanuwadibhasme, 1 year ago

anuched lekhan Mithi Vani ​

Answers

Answered by jakysingh
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Explanation:

कबीर का दोहा

ऐसी बानी बोलिए, मन का आपा खोय |

औरन को शीतल करै, आपहु शीतल होय ||

मान और अहंकार का त्याग करके ऐसी वाणी में बात करें कि औरों के साथ-साथ स्वयं को भी खुशी मिले | अर्थात मीठी वाणी से ही दिल जीते जाते हैं |

Answered by ranadibyanka2008
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Answer:

मीठी वाणी

वाणी से ही सबकी पहचान होती है। इसीलिए किसी कवि ने ठीक ही कहा है

‘बोली एक अनमोल है जो कोई बोले जानि’

‘हिए तराजू तोलि के तब मुख बाहर आनि’।

मनुष्य वाणी के द्वारा ही दूसरे को अपना मित्र या शत्रु बना लेता है। मीठी वाणी बोलने से आप अपने विरोधियों को भी अपने पक्ष में कर सकते हैं और इससे मन को शांति मिलती है। मीठी वाणी से मनुष्य समाज में सम्मान प्राप्त करता है। मीठा बोलकर लोगों का दिल जीत सकते हैं। मधुर वाणी से शत्रु का हृदय भी जीता जा सकता है। ‘वाणी’ मनुष्य का आभूषण है। संसार में सभी मनुष्य मीठी वाणी बोलें, तो परस्पर प्रेम और शांति से मिलकर रह सकेंगे। इसके माध्यम से समस्त संसार की समस्याओं का समाधान निकल पाएगा। इसीलिए किसी कवि ने कहा है कि- ‘मधुरवचन है औषधि, कटुक वचन है तीर’ मधुर वचन औषधि के समान होते हैं, जबकि कटु वचन तीर के समान।

Explanation:

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