anuched lekhan on anuched lekhan on घरेलू उद्योग के बारे में अनुच्छेद
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Answer:घरेलू उद्योग में हवा हर चीजों का सेवन करते हैं घर की चीजों हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण सकती है क्योंकि बिना घर की चीजों से हम घरेलू चीजों से वह कर नहीं सकते कुछ भी इसलिए घरेलू चीजें बहुत जरूरी होता है यह हमारे जीवन का सबसे हमेशा होती है अगर यह ना हो तो मतलब कुछ नहीं हो सकता है सब कुछ होना चाहिए जैसे कि हम आपको बता रहे हैं घरेलू चीजें पहले नहीं होती थी पहले की शादी में लोग जंगल में रहते थे और इन चीजों लकड़ी की चीजों का इस्तेमाल करते अब तो मॉडल जमाने में बहुत कुछ कर सकते हैं इसलिए शांत रहो बक बक बक हेलो हेलो हेलो हेलो
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हमारे देश में दिन -प्रतिदिन बेरोजगारी की समस्या चरम सीमा पर पहुँच रही है। सरकार मुमकिन कोशिश करने के साथ नयी योजनाएं भी बना रही है, ताकि गरीबो और मध्यम वर्गीय लोगो की इस परेशानी को दूर कर सके।
बेरोजगारी जैसे परेशानी को दूर करने के लिए हम घरेलू उद्योग और लघु उद्योग आरम्भ कर सकते है। गरीब या उससे भी निम्न स्तर पर जीने वाले लोगो के पास दो वक़्त का खाना मुश्किल से जुट पाता है।
अगर व्यक्ति घर से छोटा हस्तशिल्प का उद्योग आरम्भ करे तो फिर हाथ से बने हुए चीज़ो को बाज़ारो में अच्छे कीमत पर बेचा जा सकता है। ऐसे उद्योगों में पंद्रह ज़रूरतमंद और मेहनती लोगो को शामिल करे तो घरेलू उद्योग अच्छा -ख़ासा चल सकता है।
कभी – कभी सरकार पर रोज़गार के लिए पूरी तरीके से भरोसा करना बेरोजगार व्यक्ति के लिए भारी पर सकता है। हमे ज़रूरत है आत्मविश्वास और आत्मचिंतन करने की, साथ ही समय का सदुपयोग करके नए घरेलु उद्योग स्थापना करने की।
हमे ऐसे कुटीर उद्योगो की स्थापना करनी चाहिए जिसमे ज़्यादा भुगतान ना करना पड़े और जिसमे विशाल जगह की ज़रूरत ना पड़े। शुरुआत हमेशा मुश्किल होती है, लेकिन अगर दिशा सही हो तो आगे चल कर उद्योग को विस्तृत किया जा सकता है।
ग्रामीण क्षेत्रों में ज़्यादातर लोग, लघु अथवा घरेलू उद्योग के माध्यम से जीवन गुजारा करते है। बहुत सारी औरते सिलाई जैसे घरेलु उद्योग चलाती है। हाथो के काम जैसे सिलाई, कढ़ाई और बुनाई में महिला दुरुस्त होती है। बहुत सारी महिलाएं फैक्टरियों से सिलाई का कॉन्ट्रैक्ट लेकर पूरा करती है और घर का खर्चा चलाती है।
लघु उद्योग कई प्रकार के होते है जो घर पर शुरू किये जा सकते है। जैसे टोकरी बनाना, चटाई बनाना और हाथो से बने हुए पंखे बनाना। हाल ही में कोरोना महामारी के दौरान कुछ स्त्रियाए विभिन्न प्रकार के डिज़ाइनर मास्क घर पर बना रही है। इससे समाज भी सुरक्षित रहेगा और उन्हें घर चलाने के लिए रोज़गार भी प्राप्त होगा।
घरेलू उद्योग में छोटे -छोटे कार्य होते है, जिसे लोग सामूहिक रूप से करते है। भारतीय समाज औद्योगीकरण और प्रौद्योगिकी के तरफ ज़्यादा भाग रहा है। मोदी जी की सरकार ने शिक्षा नीति में कौशल यानी स्किल डेवलपमेंट को अभी महत्व दिया है।
भारत की परंपरा और संस्कृति में हाथ से बनी हुयी चीज़ें को बड़ा महत्व है। हस्तशिल्प द्वारा हज़ारो लोग अपना जीवन यापन कर रहे है। घरेलू उद्योग में आम तौर पर मोमबत्ती बनाना, मिटटी के बर्तन, डब्बा व्यापार, भगवान् की मूर्तियां, नक्काशी इत्यादि कार्य शामिल है।
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