any beautiful poem in hindi on any topic of your choice
for class 9
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Answer:
माँ सब जानती है
माँ सब जानती है,
तुझे खुद से भी ज्यादा पहचानती है,
लाख कोशिश कर तू छिपाने की,
तेरे हर सुख-दुख को वो जानती है | …1
खुद जागकर तुझे सुलाती है,
खुद रोकर तुझे हंसाती है,
तन्हा रहती है खुद मगर,
तेरा साथ हमेशा निभाती है,
माँ सब जानती है | …2
जब तुझे चोट लगे तो सिसकती है माँ,
जब तू गलती करे तो समझती है माँ,
तू ही तो है माँ का लाडला,
जब तेरी आँखे भीगे आंसुओं से,
तो अपना आँचल देती है माँ,
माँ सब जानती है | …3
उसकी हर दुआ कबूल है,
वो तो ममता का एक फूल है,
शायद तभी भगवान से भी ऊपर आती है माँ,
एक सच्चा दोस्त कहलाती है माँ,
तुझे ना हो फुर्सत एक पल भी उसके लिए,
उसका हर पल हर लम्हा है तेरे लिए,
माँ सब जानती है | …4
पर आज मैं दूर हूँ,
खुद से मजबूर हूँ,
उलझा हूँ ज़िन्दगी के सफर में,
चल रहा हूँ माँ तेरे सपनो की डगर पे,
चाहत है तुझे खुश रखने की,
मुझे पता है माँ तू सब जानती है |
pls mark it as brainliest...
Answer:
अभी न होगा मेरा आंत
अभी अभी हो आया है
मेरा मन मे मृदुल वसंत
अभी न होगा मेरा आंत
हरे हरे ये पात
डालिया , कलिया , कोमल गात
मैं है अपना स्वप्न मृदुल कर
फरूँगा निद्रित क्लिओ पर
जग एक प्रत्युष मनोहर
पुष्प पुष्प से तंद्राल्स लालसा खीच लूंगा मैं
अपने नव जेवन का अमृत सहर्ष सिच दूंगा मैं
द्वार दिखा दूंगा फिर उनको
है मेरा वे जहा अनंत
अभी न होगा मेरा आंत
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला