अपने छोटे भाई को कुसंगति से बचने के लिए पत्र लिखें
Answers
Answer:
८९-७६४ किशनगंज
पटना
दिनांक : 15 मार्च 2020
प्रिय अंकुश
स्नेह दुलार
आशा करता हूं कि तुम ठीक ठाक और स्वस्थ होंगे । छात्रावास में तुम्हारा मन लग रहा होगा । मुझे यह जानकर खुशी हुई कि तुम अब छात्रावास चले गए हो । और अपनी जिम्मेदारियों का अच्छे से पालन कर रहे हो । मैं तुम्हारा बड़ा भाई हूं बड़ा भाई होने के नाते मैं तुम्हें एक सलाह देता हूं कि तुम अपने समय का सदुपयोग करो । समय किसी के लिए नहीं रुकता बल्कि हमें खुद समय का सदुपयोग करना सीखना चाहिए । तुम्हें मालूम होगा छात्रावास में कुछ बुरे बच्चे भी होते हैं । जो कि दूसरे बच्चों को परेशान करते हैं । मैं तुम्हें याद ही सहारा देता हूं कि कुसंगति से हमेशा दूर रहना । अच्छी संगति वाले दोस्तों से दोस्ती करना । तुम्हारा दिन मंगलमय हो।
तुम्हारा बड़ा भाई
अर्जुन
Answer:
Explanation:
परीक्षा भवन
कलकत्ता
12 मार्च 2001
प्रिय अनुज
अभिजीत
आशा है तुम कुशल पूर्वक होंगे, यहां भी सभी प्रसन्न और एवं कुशल है. अब तक अपने नए मित्रों व नए वातावरण के बीच तुमने अपने आप को ढाल लिया होगा और अब तो पढ़ाई भी व्यवस्थित ढंग से आरंभ हो चुकी होगी.
तुम पहली बार घर और घर के बढ़ो से दूर हो. अब तुम्हें अपना हर निर्णय स्वयं लेना है, कब पढ़ना है, किससे पढ़ना है, कहां जाना है, कहां नहीं जाना, किससे मित्रता रखनी है, किससे केवल परिचय तक ही सीमित रहना है. तुम भी अब तक यह समझ चुके होंगे की मित्रों की जीवन में क्या भूमिका रहती है. यहां रहते हुए भी एक मित्र के सहयोग और प्रेरणा से ही तुम्हें अच्छी विद्यालय में प्रवेश मिला हैं, यह तुम जानते हो.यदि चंचल प्रवृत्ति के, लापरवाह और व्यसनी मित्र मिल जाए तो भविष्य बिगड़ते देर नहीं लगती. तरह-तरह की बुरी आदतें, फिजूलखर्ची, लापरवाही और घरवालों से छिपाव ऐसे ही कुसंग का परिणाम होता है.
तुम हम सभी की आशा हो. एक विशेष उद्देश्य और उच्च स्तर की शिक्षा के लिए घर से दूर गए हो पल भर के लिए भी तुम्हारा ध्यान लक्ष्य से ना भटके इसीलिए कुसंगति से बच कर रहना.हम सब की ओर से तुम्हें बहुत सारा स्नेह शुभकामनाएं और आशीर्वाद.
पत्र का उत्तर शीघ्र देना.
तुम्हारा अग्रज
विकास
#SPJ2