Hindi, asked by Vidya2483110, 2 months ago

अपने मित्र को एक पत्र लिखिए जिसमें आपने अपनी गर्मियों की छुट्टियों को किस प्रकार व्यतीत किया, इसकी जानकारी दी गई है​

Answers

Answered by rampalsaket123456
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Answer:

मित्र को गर्मी की छुट्टी के लिए आमंत्रण पत्र

कल तुम्हारा पत्र प्राप्त हुआ . मुझे यह जानकार बहुत ख़ुशी हुई कि तुम्हे अपने विद्यालय में सबसे अधिक अंक प्राप्त हुए हैं . ... इसी कारण मैं चाहता हूँ कि छुट्टियों के समय तुम १ सप्ताह के लिए कोलकाता आ जाओ. यहाँ पर घूमने के लिए बहुत सारे स्थान है .

Explanation:

please thanks dijiye

Answered by bablusikarwar1998
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Answer:

परम स्नेही अजय,

सप्रेमाभिवादन।

आशा है कुशल होंगे। जैसे कि तुम्हें विदित ही है कि परीक्षा का भूत सिर से भाग गया है और सब समस्या ग्रीष्मावकाश को व्यतीत करने की है। धीरे-धीरे ग्रीष्म का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और सूर्य देवता अपनी गर्मी से धरती को तपा रहे हैं। अब तो छाया भी छाया ढूंढती है। स्वाभाविक है कि अब खेलने का कार्यक्रम भी शिथिल पड़ जायेगा। बाहर नहीं निकलेंगे तो घर में पड़े-पड़े पंखों की गर्म हवा के नीचे शरीर पसीने से लथपथ होता रहेगा। अतः मेरा विचार है कि इस बार हम दोनों ग्रीष्मावकाश को मसूरी में बितायें। मसूरी पहाड़ों की रानी कही जाती है तथा देहरादून से काफी ऊंचाई पर यह छोटा सा खूबसूरत शहर बसा हुआ है। मेरे चाचा जी सपरिवार वही रहते हैं तथा उनके पास रहने के लिए अपना विशाल भवन है।

मसूरी में गर्मियों के दिनों में वैसे ही चहल-पहल हो जाती है क्योंकि देश के कोने-कोने से यात्री वहां पहुंचते हैं। किसी भी क्षण वहां मेघ उमड़-घुमड़ आते हैं और वर्षा की बौछारों से मसूरी को धो डालते हैं। क्योंकि मसूरी ढलान पर बसा हुआ है इसलिए कहीं पानी भी इकट्ठा नहीं होता। वहां से दूर-दूर तक हिमाच्छादित चोटियां नज़र आती हैं तथा प्रकृति के सुहावने दृश्य मन को मोहित करते हैं।

मेरा विचार है कि तुम मेरे सुझाव को पसंद करोगे। अध्ययन के लिए भी कुछ पुस्तकें साथ लें चलेंगे। खेलने के लिए समस्या नही होगी क्योंकि मेरा चचेरा भाई अपनी स्कूल की बैंडमिन्टन टीम का कप्तान है। उसके साथ हम भी बैटमिन्टन खेलेंगे।

लौटती डाक से अपनी सहमति की सूचना भेज देना ताकि मैं उन्हें भी सूचित कर सूकं। मौसा जी और मौसी को मेरी ओर से चरण वन्दना। नटखट दीपू को प्यार। तुम्हारे पत्र की परीक्षा में,

तुम्हारा ही अभिन्न मित्र

विनीत सिंह

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