Hindi, asked by gurivenderkaur22, 7 months ago

अपनी मनपसंद कहानी पढ़ कर या सु न कर उस कहानी का नाम व उस कहानी मे कौन सा पात्र आपको सबसे अच्छा लगाऔर उस कहानी से आपको क्या सीख ममली? लिखिए Please write in hindi and please also attach or write a story in hindi and also write the story name in hindi and also write write your favourite character in the story in hindi and also write the moral of the story in hindi .

Answers

Answered by neelneelam30
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Explanation:

yar sabhi Mike follow kalo

Answered by Anonymous
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Answer:

एक बार कि बात है, एक शहर में एक लड़का रहता था, स्कूल से आने के बाद वह अपने पिता के साथ काम पर जाया करता था। उसके पिता एक घोड़े के अस्तबल में काम करते थे। वह लड़का रोज हि देखता और सोचता था कि किस तरह उसके पिता इतनी मेहनत करते है लेकिन फिर भी उन्हें वो मान सम्मान कभी नहीं मिलता जो उस अस्तबल के मालिक को मिलता है। वो रोज देखता था कि किस तरह उस अस्तबल का मालिक समाज में खूब इज्जत पाता है।

एक दिन उसके स्कूल में उसके शिक्षक ने सभी बच्चों को एक लेख लिखकर लाने के लिए कहा, उस लेख में सभी बच्चों को यह लिखकर लाना था कि वे बड़े होकर क्या बनने चाहते है और उनका क्या सपना है।? अब इस लड़के ने रात भर जागकर एक बहुत ही बेहतरीन लेख लिखा, जिसमें उसने लिखा कि वह बड़े होकर एक अस्तबल का मालिक बनेगा, जहा बहुत सारे घोड़े प्रशिक्षण लेगें और आगे अपने सपने को पूरे विस्तार से बताते हुए उसने 200 एकड़ के अपने सपनों वाले रेंच की फोटो भी बना दी।

अगले दिन उसने पूरे मन से अपना लेख शिक्षक को दे दिया। शिक्षक ने सभी कापियां जांचने के बाद परिणाम सुनाया और उस लड़के के लेख के लिए कोई मार्क्स नहीं दिए और उसकी कॉपी में बड़े अक्षरों से फेल लिख दिया।

अब लड़का टीचर के पास गया और पूछा: आपने मुझे, मार्कस नहीं दिए और फैल क्यो कर दिया?

टीचर ने कहा: अगर तुम भी बाकी बच्चों कि तरह छोटा मोटा लेख लिख लाते तो तुम पास हो जाते लेकिन तुमने जो लिखा है वो पूरी तरह से असंभव है। तुम लोगो के पास कुछ नहीं है इसलिए जो तुमने लिखा है ऐसा सम्भव ही नहीं हो सकता है। तुम चाहो तो मैं तुम्हें एक और मौका देता हू, तुम कल दूसरा लेख लिख कर लाना, जिसमें जोई वास्तविक लक्ष्य बना लेना।

घर जाकर लड़के ने बहुत सोचा लेकिन उसे कुछ और बनने का विचार ही नहीं आ पाया। अगले दिन उसने टीचर के पास जाकर कहा, आपको

जो भी मार्कस देना हो आप दे दिजिए लेकिन मेरा तो यही सपना है, और मुझे कुछ और नहीं बनना है, मैं अपना सपना बदल नहीं सकता। 20 साल बाद इस लड़के ने सचमुच अपना सपना पूरा कर लिया।

इस कहानी से हमें यह समझ लेना चाहिए कि अगर हम कुछ करने कि ठान ले और बिना विचलित हुए पूरे मन से उस लक्ष्य को पाने में आपना सारा ध्यान लगा दें तो हमे अपना सपना पूरा करने से कोई नहीं रोक सकता। सिर्फ आपके मन में खुद के सपने के प्रति कोई शंका नहीं होना चाहिए।

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