Hindi, asked by kong38891, 1 month ago

अपने सकूल के ऐसे 30 छात्र-छात्राओं तथा 30 अध्यापकों के नाम पता कीजिए जिनके नामों में उपसर्ग का प्रयोग हुआ हो ऐसे ही 30 छात्र-छात्राओं तथा अध्यापकों के नाम पता कीजिए जिसमें प्रत्यय का प्रयोग हुआ हो।​​

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Answered by mahimapushpakar6
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Answer:

उच्च प्राथमिक 16 स्कूलों में भी टीचर नहीं है। अंतरजनपदीय स्थानांतरण के बाद जिले में आए शिक्षकों की काउंसिलिंग में बेसिक शिक्षा परिषद का यह कड़वा सच सामने आया। जानसठ ब्लाक में नौ प्राइमरी स्कूलों अहरोडा, आलमपुर, बेहडा अस्सा, गुज्जरहेडी, हंसावाला, जंधेडी नंबर एक, कासमपुर खोला, नंगली महासिंह-दो, तिलौरा-एक में कोई अध्यापक नहीं है।

चरथावल विकास खंड के बिना शिक्षक के 12 स्कूल चल रहे हैं। ऐसे स्कूलों में आलमगीरपुर, अलीपुरा, बलवाखेडी-दो, बधाईकलां-एक, बधाई खुर्द-दो, भमेला, इंद्रगढ, कसौली-एक औैर दो, पिलखनी, रोनी हरजीपुर, टांडा शामिल हैं। पुरकाजी ब्लाक के अलमावाला, बढीवाला, ढांसरी, भैसानी, चानचक, फरखपुर, गोधना-एक, खाईखेडी-दो, कोलाहेडी, मारकपुर, नंगला दुहेली, रजकलांपुर, रामनगर, शेरपुर, तेजलहेडा में शिक्षक मौजूद नहीं है। मोरना विकास खंड में शिक्षक विहीन स्कूलों की संख्या 12 है,

जिनमें भौकरहेडी देहात, खरपोड, खुशीपुरा, मजलिसपुर तौफीर, मीरावाला, नवादा, रुडकली, शुक्रताल, सिकंदरपुर-दो, सीकरी-दो, तेवडा, वजीराबाद के बच्चों के सामने पढ़ाई का संकट है। बुढ़ाना ब्लाक के बसीखुर्द, बवाना, फतेहपुरखेडी-दो, गढ़ी नौआबाद-एक और दो, हबीबपुर सीकरी, हुसैनपुर कलां, खरड माजरा, कुरावां-एक, लुहसाना-एक के प्राइमरी स्कूलों को शिक्षकों का इंतजार है।

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