अपने दादा जी को उनके द्वारा भेजी गई ज्ञानवर्धक पुस्तकों के लिए धन्यवाद देते हुए पत्र लिखें
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पूज्य दादा जी
सादर प्रणाम
मैं कुशलता से हूं और आशा करता हूं कि आप भी ठीक ठाक होंगे।मेरा एक पत्र लिखने का आशय है कि आपके द्वारा भेजी गई पुस्तकों के लिए धन्यवाद अर्पित करना। आपने जो पुस्तक हमारे लिए भेजी थी वह बहुत लाभदायक और ज्ञानवर्धक है। उनमें पंचतत्व की कहानियां ,और उनके छायावादी लेखकों की कहानियां भी उपस्थित है। पुस्तकों
में बहुत सारी ऐसी कविताएं हैं। जोकि प्राचीन धरोहर के बारे में बताते है में आपकी भेजी गई पुस्तकों के लिए आपका धन्यवाद करता हूं। और पुस्तक मंगवानी होगी तो में आपको फिर से पत्र लिखूंगा। आपकी पुस्तक के लिए पुनः बहुत धन्यवाद।
आपका पोता
वंश सिंह
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here is your answer mate...
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hope it's help you...
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