Hindi, asked by shrinidhihavala123, 11 hours ago

अपठत गदयांश को यानपूवक पढ़कर उर लखए -
परम ऐसी साधना हजसके ारा मनुय महान कायकर सकता है| परमी मनुय संसार म या नह कर सकता ? वह पवत क चोटय पर चढ़ सकता है, ह -सेह रेगतान को पार
कर सकता है,कठनाइय को झेल सकता हैऔर कठन सेकठन परतय मसंघषकरके उहअपनेजीवन के अनु प बना सकता है| जस मपरम का गणु है, जसमपुषाथ क वृत है, वह अपनेजीवन मकदाप ःख और नराशा क आँधय सेभयभीत नह होता |
परम केबना , समाज तथा रा का जीवन खोखला ही रह जाता है| परम सेजीवन म गतशीलता आती है| यह गतशीलता ही जीवन का वातवक च होती है| ने जीवन तीत
करनेवाल क असफलता और अपयश के अलावा कुछ भी ात नह होता | गत के अभाव म जीवन क त घाट के पर जसै ी होती है| जबक मनुय के जीवन मपग -पग पर बाधाएं अपना जाल बछा बठै होती है| उसी समय यद मनुय परम न करतो वह कभी भी आगेनह
बढ़ सकगा |
(क) परम केबना या खोखला रह जाता है?
(1) ,लोग व पुषाथ (2) लोग
(3) ,समाज व रा (4) सभी वकप सही है (ख) कौन अपनेजीवन मःख और नराशा सेभयभीत नह होता ?
(1) जन य मपरम व पुषाथहै (2) जन य मजीवन है (3) जन य मपरम है (4) जन य मगतशीलता है (ग) परम सेजीवन म_________ आती है?
(1) ठहराव (2) गतशीलता
(3) लचीलापन (4) परम
(घ) जीवन मबाधाएंआनेपर मनुय परम न करतो या होगा
(1) जीवन मआगेनह बढ़ेगा
(2) जीवन मसफल होगा
(3) जीवन मखुश रहेगा
(4) जीवन मपरमी रहगे ा
(ड.) लेखक नेपरम को या माना है?
(1) ेम
(2) साधना
(3) काम
(4) कुछ नह

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Answered by rathod9999
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Answer:

अपठत गदयांश को यानपूवक पढ़कर उर लखए -

परम ऐसी साधना हजसके ारा मनुय महान कायकर सकता है| परमी मनुय संसार म या नह कर सकता ? वह पवत क चोटय पर चढ़ सकता है, ह -सेह रेगतान को पार

कर सकता है,कठनाइय को झेल सकता हैऔर कठन सेकठन परतय मसंघषकरके उहअपनेजीवन के अनु प बना सकता है| जस मपरम का गणु है, जसमपुषाथ क वृत है, वह अपनेजीवन मकदाप ःख और नराशा क आँधय सेभयभीत नह होता |

परम केबना , समाज तथा रा का जीवन खोखला ही रह जाता है| परम सेजीवन म गतशीलता आती है| यह गतशीलता ही जीवन का वातवक च होती है| ने जीवन तीत

करनेवाल क असफलता और अपयश के अलावा कुछ भी ात नह होता | गत के अभाव म जीवन क त घाट के पर जसै ी होती है| जबक मनुय के जीवन मपग -पग पर बाधाएं अपना जाल बछा बठै होती है| उसी समय यद मनुय परम न करतो वह कभी भी आगेनह

बढ़ सकगा |

(क) परम केबना या खोखला रह जाता है?

(1) ,लोग व पुषाथ (2) लोग

(3) ,समाज व रा (4) सभी वकप सही है (ख) कौन अपनेजीवन मःख और नराशा सेभयभीत नह होता ?

(1) जन य मपरम व पुषाथहै (2) जन य मजीवन है (3) जन य मपरम है (4) जन य मगतशीलता है (ग) परम सेजीवन म_________ आती है?

(1) ठहराव (2) गतशीलता

(3) लचीलापन (4) परम

(घ) जीवन मबाधाएंआनेपर मनुय परम न करतो या होगा

(1) जीवन मआगेनह बढ़ेगा

(2) जीवन मसफल होगा

(3) जीवन मखुश रहेगा

(4) जीवन मपरमी रहगे ा

(ड.) लेखक नेपरम को या माना है?

(1) ेम

(2) साधना

(3) काम

(4) कुछ नह

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