अपयश मूल शब्द तथा उपसग अलग करे
Answers
Answered by
23
Answer:
अपयश
उपसर्ग - अप
मूल शब्द - यश
Answered by
0
Answer:
"अपयश" में मूल शब्द= यश, उपसर्ग= अप
Explanation:
- उपसर्ग का प्रयोग संस्कृत व्याकरण में क्रियाओं या क्रिया संज्ञाओं से पहले किया जाता है।
- जिन्हें पहले बीस पूर्वसर्गीय कणों के एक विशेष वर्ग के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द कहा जाता है।
- धातु रूपों तथा धातुओं से निष्पन्न शब्दरूपों से पूर्व प्रयुक्त होकर उनके अर्थ का परिवर्तन करने वाले शब्दों को उपसर्ग कहते हैं।
- अर्थात् अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं।
- उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना।
- जो शब्दांश शब्दों के अंत में जुड़कर उनके अर्थ में कुछ मतलब लाते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं।
- उपसर्गों के जुड़ने से पद के अर्थ में बदलाव आ जाता है
- जैसे — यश शब्द का अर्थ है— 'ख्याति, प्रसिद्धि',
- परन्तु जब उसमें 'अप' उपसर्ग लगता है तो शब्द बनता है ‘अपयश ’और उसका अर्थ विपरीत होता है— अपख्याति, अपप्रसिद्धि।
इसी प्रकार सही उत्तर है- मूल शब्द= यश, उपसर्ग= अप
#SPJ2
Similar questions