apne Mehaman Kaisa Kaisa vyavahar karna chahiye
Answers
मेहमान या अतिथि सामान्यत: सभी के घर आते हैं। इनसे हमें कैसा व्यवहार करना चाहिए यह महाभारत के अनुशासन पर्व में बताया गया है।
महाभारत के अनुशासन पर्व के अनुसार ------
१-जब भी कोई मेहमान घर आए तो उसकी ओर खुश होकर देखना चाहिए। ताकि हमारी मुस्कान से उसकी थकान का कुछ भार कम हो जाए।
२-जब मेहमान घर आए तो उसकी उचित सेवा करनी चाहिए। उसके लिए पानी, चाय, खाना आदि सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
३-मेहमान से कभी भी कड़वे शब्द नहीं बोलना चाहिए। ऐसी कोई बात नहीं करना चाहिए जिससे उसके मन को ठेस लगे।
४- मेहमान अमीर हो या गरीब उसका अपनी शक्ति के अनुसार उचित आदर-सत्कार करना चाहिए।
५-मेहमान जब आपके घर रुकता है तब उसका पूरा ध्यान रखना चाहिए। शास्त्रों में अतिथि को भगवान के बराबर माना गया है।
जब मेहमान जाने लगे तो कुछ दूर उनके साथ जाना चाहिए। जो लोग अतिथि के साथ इस प्रकार व्यवहार करते हैं उन्हें यज्ञ के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। मेहमान के साथ ये पांच काम करना पंचदक्षिण यत्र कहलाता है
हमें अपने मेहमान के साथ कैसे व्यवहार करना चाहिए?
हमें अपने मेहमान के साथ अपनेपन का व्यवहार करना चाहिए , उन्हें कभी ऐसा अहसास नहीं दिलाना चाहिए कि वह एक मेहमान है | उनका अच्छे से आदर सत्कार करना चाहिए | उनके साथ बैठ कर समय बिताना चाहिए | उन्हें अकेला नहीं छोड़ना चाहिए | उनको समय-समय पर पूछना चाहिए , ताकी उन्हें अपने घर की याद ना आए |
उन्हें साथ प्रेम से बात करनी चाहिए | उन्हें हर बात का पर अपनापन महसूस करवाना चाहिए | मेहमान भगवान के समान होते है | कोई भी मेहमान अपना समझ कर घर आता है | हमें मेहमानों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए |