Apni pathshala me manage gaye varshik utsav ka varnan karte hue apne mitra ko patra likhiye
Answers
Explanation:
111, विकास पथ
शिवपुरी, नोएडा
30 जनवरी 2017
प्रिय मित्र मयंक,
सप्रेम नमस्कार,
तुम्हारा पत्र मिला, समाचार प्राप्त हुआ। हम लोग यहाँ कुशल-मंगल हैं और आशा करता हूँ कि तुम सब भी कुशलपूर्वक होंगे। इस पत्र के माध्यम से मैं तुम्हें अपने विद्यालय में हुए वार्षिकोत्सव के विषय में बताना चाहता हूँ।
पिछले सप्ताह 24 जनवरी को मेरे विद्यालय में वार्षिकोत्सव का आयोजन हुआ था। इसकी तैयारियाँ एक माह से चल रही थीं। अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नृत्य एवं संगीत की व्यवस्था की गई थी। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री जी आए थे, जिनका स्वागत छात्र वर्ग के प्रमुख छात्र ने किया।
मैंने भी समारोह में बढ़-चढ़कर भाग लिया। सभी दर्शकों ने हमारी अध्यापिकाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की, जिनके सहयोग व मार्गदर्शन के परिणामस्वरूप ही वार्षिकोत्सव सफल हो सका। अंत में पुरस्कार वितरण किया गया। मुझे भी अपनी कक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने के लिए पुरस्कार मिला। यदि इस समय तुम भी साथ होते तो मुझे और भी अच्छा लगता। अब पत्र लिखना बंद करता हूँ। घर में सभी को नमस्कार कहना।
पत्रोत्तर की प्रतीक्षा में-
तुम्हारा मित्र
अवधेश
हरियाणा
23 जनवरी 2020
प्रिय ऋचा
आपका पत्र पाकर मुझे खुशी हुई। यह जानकर खुशी हुई कि आप लखनऊ में अपने मामाजी के स्थान पर सर्दियों की छुट्टियों का आनंद ले रहे हैं। आपने मेरे विद्यालय में आयोजित वार्षिक समारोह के बारे में पूछा है। खैर, मेरे स्कूल का वार्षिक समारोह 2 जनवरी, मंगलवार को आयोजित किया गया था। एक मंच बनाया गया था। हमारे शिक्षा मंत्री दिन के मुख्य अतिथि थे। एक सांस्कृतिक कार्यक्रम की व्यवस्था की गई, जिसमें एकांकी नाटक, लोक नृत्य और गीत शामिल थे।
कई प्रदर्शन प्रस्तुत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद, प्रधानाचार्य ने वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। मुख्य अतिथि ने मेधावी छात्रों और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार वितरित किए। उन्होंने वार्षिक समारोह के लिए छात्रों को तैयार करने में हमारे स्कूल द्वारा किए गए प्रयासों की प्रशंसा की। चाय-पार्टी के बाद समारोह समाप्त हुआ। यह एक उचित रूप से व्यवस्थित और अच्छी तरह से प्रबंधित कार्य था। अपने मामाजी, मामीजी के बारे में मेरी नमस्ते बोलो।
तुम्हारा मित्र
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