Hindi, asked by pallavi3439, 9 months ago

अर्थ लिखें:
चलामि मार्गे जले तरामि,
क्रीडामि क्षेत्रे सदा हसामि।
पठामि गेहे कथां श्रृणोमि,
नद्याः तीरे अहं भ्रमामि।।​

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Answered by coolthakursaini36
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उत्तरम् -> प्रसंग -> प्रस्तुत पंक्तियाँ संस्कृत की पाठ्य पुस्तक से ली गई हैं| प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने अपनी दिनचर्या का बहुत सुन्दर तरीके से वर्णन किया है|

सरलार्थ -> मैं रास्ते पर चलता हूँ पानी में तैरता हूँ, खेल के मैदान में खेलता हूँ और  सदा हँसता हूँ| घर पर पढ़ता हूँ, कहानी सुनता हूँ, नदि के किनारे मैं घूमता हूँ|

Answered by anilkumarbgrh1976
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Answer:

'क्रीडामि ' शब्द मेंप्रयक्ुत लकार व परुुष लि खें।

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