Hindi, asked by sudhanshupathak450, 7 months ago

asafalta ko ek chunauti ke roop mein swikar karke parishram karte hue aage kyon badhana chahie​

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Answered by singhpramod2898
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Answer:

I didn't understand can you please give chapter name

Answered by anilpatidar7376
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Explanation:

असफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो ,कमियां जो रह गयी हैं उन्हें स्वीकार करो ,बिना कुछ किये जय जयकार

नहीं होती और कोशिश करने वालो की तो कभी हार नहीं होती .

बात यहाँ हो रही है कोशिश करने की –यानी जो कोशिश हम कर रहे हैं क्या वह सही में की जा रही है .

कल के काम को आज करने की फितरत बना लो –समय रुकता नहीं है किसी के रोकने से ,

पता नहीं कब क्या जो जाए और तुम्हारा काम अधूरा रह जाए .

चाहे जो कुछ भी हो हिम्मत नहीं हारनी चाहिए .नन्ही चींटी जब दाना लेकर चलती है ,चद्ती दीवारों पर सौ बार चड़ना और फिसलना — ,

उसके मन का विश्वास ही रगों में साहस बनता है ,

चढ़ कर गिरना और गिर कर चदना भी उसे नहीं अखरता है .आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती ,

तभी कहते हैं की कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती .

किसी ने ठीक ही कहा है ——-हाथो की लकीरों पर यकीन मत करना ,तकदीर तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते .

सफलता पाने के लिए जूनून का होना जरूरी है ,

कोई भी काम असंभव नहीं है यदि इच्छा शक्ति हो तो मुश्किल से मुश्किल लक्ष्य हासिल किया जा सकता है .

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