असहयोग आन्दोलन में गाँधी जी की भूमिका का वर्णन कीजिए।
उत्तर
असहयोग आन्दोलन में गाँधी जी की भूमिका गाँधी जी दक्षिण अफ्रीका में रहते हुए ही भारतीय हिन्दू-मुस्लिम एकता में रुचि लेने लगे थे। उनके अनुसार लखनऊ समझौता हिन्दू-मुस्लिम एकता का मजबूत आधार नहीं बन पाया था। गाँधी जी के लिए "खिलाफत, हिन्दू-मुस्लिम एकता का ऐसा सुअवसर था, जो सैंकड़ों वर्षों में नहीं आएगा।"
Answers
Answered by
24
Explanation:
प्रिंस ऑफ वेल्स, चार्ल्स फिलिप आर्थर जॉर्ज, डचेज ऑफ़ कॉर्नवाल, कैमिला पार्कर बाउल्स के साथ, चार राष्ट्रों-सिंगापुर, मलेशिया, ब्रुनेई और भारत की अपनी 10 दिवसीय यात्रा के भाग के रूप में बुधवार, 8 नवंबर, 2017 को भारत की दो दिवसीय यात्रा पर आएंगे।
Answered by
0
Explanation:
इस आंदोलन ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को एक नई जागृति प्रदान की। गांधी जी का मानना था कि ब्रिटिश हाथों में एक उचित न्याय मिलना असंभव है इसलिए उन्होंने ब्रिटिश सरकार से राष्ट्र के सहयोग को वापस लेने की योजना बनाई और इस प्रकार असहयोग आंदोलन की शुरुआत की गई।
ji aapko answer Pata hai to points kyu waste kare rahya ho...
Similar questions