Hindi, asked by prahlad05412, 8 months ago

अट नहीं रही है कविता में वर्णन किया है किस ऋतु का​

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Answered by ranjanasri2232
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उत्साह, अट नहीं रही है (अति ... - blogger 'अट नहीं रही है' कविता में फागुन मास अर्थात् वसंत ऋतु की शोभा एवं मस्ती का वर्णन है। फागुन की शोभा, उसकी आभा सर्वव्यापक है। वह इतनी अधिक है कि प्रकृति और तन-मन में वह समा नहीं पा रही है। फागुन की शोभा, उसकी आभा से सृष्टि का कण-कण शोभायमान है।

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