अध्याय में दिए गए न्याय के तीन सिद्धांतों को संक्षेप में चर्चा करो। प्रत्येक को उदाहरण के साथ समझाइये।
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Answer with Explanation:
अध्याय में दिए गए न्याय के तीन सिद्धांतों को संक्षेप में वर्णन निम्न प्रकार से है :
(1) समाज के लिए समान व्यवहार :
न्याय का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत समाज के लिए समान व्यवहार है। अतः सभी मनुष्यों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए। नागरिकों को न केवल समान अधिकार प्राप्त होने चाहिए, बल्कि उनके साथ समान व्यवहार भी होना चाहिए। पुरुषों एवं महिलाओं को समान कार्य के लिए समान वेतन मिलना चाहिए।
(2) अनुपातिक न्याय :
अनुपातिक न्याय , न्याय का एक अन्य महत्वपूर्ण सिद्धांत है। यह आवश्यक नहीं है कि सभी परिस्थितियों में सभी के साथ समान व्यवहार हो, सभी के साथ समान व्यवहार अन्याय हो सकता है । उदाहरण के लिए कक्षा 10 में पढ़ने वाले सभी छात्रों को 90 - 90% अंक देना अन्याय होगा। न्याय की यह मांग है, कि प्रत्येक छात्र को अंक परीक्षा में उसकी कार्यकुशलता के आधार पर मिलने चाहिए।
(3) विशेष आवश्यकताओं की पहचान :
न्याय का तीसरा महत्वपूर्ण सिद्धांत विशेष आवश्यकताओं की पहचान है। भारतीय संविधान सभी नागरिकों को समानता का अधिकार प्रदान करता है, परंतु राज्य महिलाओं एवं बच्चों के लिए विशेष प्रावधान रख कर सकता है। राज्य पिछड़े एवं ज़रूरतमंद लोगों के लिए विशेष प्रावधान कर सकता है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
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