हर व्यक्ति को उसका प्राप्य देने का क्या मतलब है? हर किसी को उसका प्राप्य देने का मतलब समय के साथ-साथ कैसे बदला?
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Answer:
हर व्यक्ति को उसका प्राप्य देने का क्या मतलब है की उसे सभी अधिकार मिले | जो समाज में सभी को बराबर अधिकार मिलते है | समाज में किसी भी व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए | नागरिक की सभी प्रकार की आवश्यकताएँ पूरी होनी चाहिए | जैसे रोटी , कपड़ा, मकान, रोजगार आदि सुविधाएँ पूरी होनी चाहिए |
हर किसी को समय के साथ उसका हक मिलना चाहिए | समय के साथ सब बदलता है और उसी प्रकार से अधिकार मिलने चाहिए |
Answer with Explanation:
हर व्यक्ति को उसका प्राप्य देने का मतलब है कि जो व्यक्ति जिसका अधिकारी है, उसे वह दे देना ही न्याय हैं।
प्राचीन समय से लेकर अब तक इस धारणा में कुछ परिवर्तन आए है। उदाहरण के लिए प्राचीन काल में प्रति व्यक्ति को उसका प्राप्य देने का अर्थ यह था कि यदि किसी व्यक्ति ने गलत कार्य किया है , तो उसे सज़ा दी जाए तथा यदि उसने अच्छा कार्य किया है उसे पुरस्कार दिया जाए । परंतु आधुनिक समय में प्रत्येक व्यक्ति को उसका प्राप्य देने का अर्थ यह लिया जाता है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी प्रतिभा के विकास और लक्ष्य की पूर्ति के लिए अवसर प्राप्त हो। न्याय के लिए जरूरी है कि हम तमाम व्यक्तियों को समुचित और बराबर की अहमियत दें।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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