बिगडैल बच्चे kahani ka sarans
Answers
Answered by
120
Answer:
बिगड़ैल बच्चे' युवा कथाकार मनीषा कुलश्रेष्ठ की प्रतिनिधि कहानी है। यह कहानी हमारे समय की सच्चाइयों व हमारे पुरातन मूल्य-बोध को नये समय के नये आलोक में पुनःपरीक्षित करती है। यह कहानी सर्वप्रथम 'वागर्थ' पत्रिका में प्रकाशित हुई थी। इसका शीर्षक इस पत्रिका के तत्कालीन सम्पादक रवीन्द्र कालिया का दिया हुआ है।
Explanation:
please follow and
brainliest
Similar questions