बाहर खाना खाने के बारे में माता-पिता से संवाद
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Answer:
बेटा -माँ मे बहार खाना खाने को जा रहा हूँ। माँ- किस लिए जा रहे हो, मेने तो खाना बनाया हे तो क्यु जा रहे हो। फिर भी तुम गए तो मे फिर पिताजी को बता दुंगी । माँ- ( माँ मन मे बोली) मुझे पिताजी को बताना ही पडे गा।
Explanation:
MARK AS BRAINLIEST
बाहर खाना खाने के बारे ने माता पिता से संवाद निम्नलिखित प्रकार से ही सकता है।
• मै - मां ,पिताजी आज हम बाहर खाना खाने चले ?
मां- नहीं बेटा , बाहर का खाना खाने से तबियत बिगड़ जाएगी। मैं घर पर ही तुम्हारी पसंद का खाना बना लेती हूं। तुम्हारे पिताजी को भी बाहर का खाना पसंद नहीं आता।
मै - क्या मां ,आप भी कभी मेरी बात नहीं सुनते। मेरे सभी मित्रों के माता पिता हर रविवार उन्हें बाहर खाना खाने ले जाते हैं। रोज रोज घर का खाना मुझे पसंद नहीं।
पिताजी - बेटा, दूसरों के साथ बराबरी मत करो, घर का खाना शुद्ध तथा सात्विक होता है, तुम्हारी मां बड़े प्यार से तुम्हे खाना बनाकर खिलाती है, उसकी कद्र किया करो।