ब) क्रिस्टल में उपस्थित विभिन्न प्रकार के सममिति तत्वों को
स
समझाइए
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Explain different types of elements of symmetry in
crystal.
Answers
क्रिस्टलकी (Crystallography) या मणिविज्ञान एक प्रायोगिक विज्ञान है जिसमें ठोसों में परमाणों के विन्यास (arrangement) का अध्ययन किया जाता है। पहले क्रिस्टलिकी से तात्पर्य उस विज्ञान से था जिसमें क्रिस्टलों का अध्ययन किया जाता है। एक्स-किरण के डिफ्रैक्सन द्वारा क्रिस्टलोंके अध्ययनके पहले क्रिस्टलोंका अध्ययन केवल उनकी ज्यामिति (आकार-प्रकार) देखकर की जाती थी। किन्तु आजकल विविध-प्रकार के किरण-पुंजों (एक्स-किरण, एलेक्ट्रान, न्यूट्रान, सिन्क्रोट्रान आदि) के डिफ्रैक्सन से किया जाता है।
एक क्रिस्टल में समरूपता के तत्व:
समरूपता, क्रिस्टलोग्राफी में, अर्दली की मौलिक संपत्ति
क्रिस्टलीय ठोस पदार्थों में पाए जाने वाले परमाणुओं की व्यवस्था।
परमाणुओं की प्रत्येक व्यवस्था में समरूपता के तत्वों की एक निश्चित संख्या होती है; यानी, परमाणुओं की व्यवस्था के अभिविन्यास में परिवर्तन, परमाणुओं को छोड़ना नहीं है।
समरूपता का एक ऐसा तत्व रोटेशन है; अन्य तत्व अनुवाद, प्रतिबिंब और व्युत्क्रम हैं। एक विशेष क्रिस्टलीय ठोस में मौजूद समरूपता के तत्व इसके आकार को निर्धारित करते हैं और इसके भौतिक गुणों को प्रभावित करते हैं।