बालगोबिन भगत की पुत्रवधू की ऐसी कौन-सी इच्छा थी जिसे वह पूरा न कर ।सके?
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पाठ : बालगोबिन भगत
बालगोबिन भगत की पुत्रवधू यह चाहती
थी कि , वह अपनी पूरी जिंदगी बालगोबिन
भगत के साथ रहें ।अतः उनकी मदद करें ।
क्योंकि बालगोबिन भगत बूढ़े हो चुके थे ,
तो पुत्रवधू उनके बुढ़ापा का सहारा बनना
चाहती थी । पुत्र के मरने के बाद,
बालगोबिन भगत अकेला हो गए थे। यही
कारण था कि , उनकी पुत्रवधू की इच्छा
थी कि वह उनके ( बालगोबिन भगत )
साथ रहे । परन्तु यह इच्छा उसकी
( पुत्रवधू ) की पूरी न हो सकी । क्योंकि
बालगोबिन भगत नहीं चाहते थे कि वह
अपनी पूरी जिंदगी ऐसे ही बर्बाद करें ।
इसी कारणवश उन्होंने पुत्रवधू की यह
इच्छा को स्वीकारा नहीं।
Answer:
बालगोबिन भगत के एकमात्र पुत्र की मृत्यु हो गई थी। उनकी पुत्रवधू की यह इच्छा थी कि वह अपना शेष जीतन भगत जी की सेवा में बिताए। वह उन्हें अकेला छोड़ना नहीं चाहती थी। उसे लगता था कि बढ़ापे में कौन भगत के खाने-पीने का ध्यान रखेगा? बीमारी में कौन सहायता करेगा? लेकिन उसकी इस इच्छा को बालगोबिन भगत ने पूरा नहीं किया और बेटे के क्रिया-कर्म के उपरांत उसके भाई को यह आदेश दिया कि वह शीघ्र ही उसका पुनर्विवाह कर दे।
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