Hindi, asked by sonulakra79, 3 months ago

बार वे किसी न किसी भाइटम का दाम ले और यी जब साल की बात दूसरे आइटम के राम यूटने लगी और हास्यने लागत किया था। दुकानदार ने अपनी खीय बच्चों पर निकालने के लिए कितना और तिल का मानक को यह कि मुठी में अपनी इच्छाओं को बंद लिए, बच्चों को भी उनीमा चुभन को बरदाश्त कर लेने के सिवा कुछ न कहने दिया बच्चों की इस पहल से बनी गीत थे, मैले-कुचल कपट पहने थे और उनके हाथ में एक व्या कानाकानया की * এ কাজ রাজ কাল स्टकार कर भगा रहा था। लेकिन वे तो 'विटाफिर' करने आया हर बात रखर होकर एक- अच्छे पटालों को देख रहे थे ताकि अपने मित्रों के बीच बैठकर इस विषय पर चर्चा काम कियानी पटाखों की दुकान का यह सारा ट्राय देखने के लिए उन्मय कब मर पास में चला गया यह मानव हुआ जब मैं सामान की लिस्ट देकर वहाँ रखे एक स्टूल पर बैठ गया सन्माय कायालयात रवानाकर ਸਬਰ ਕੀ ਵਸਾ ਦੀ ਤਾ ਇ ਕਰ ਜਾਬਰ ਗ ਤ ਬਣ ਬਹਾਲ ਰੂ ਵੀ ਹੈ। मतसल्ली हुई कि वह कहीं दूर नहीं गया। मेरा सामान पीक हो रहा था सो मेला इस बार कुछ यादही च्यान या अचानक उन्मयनेबार से मुझे पुकारा "दादाजी।"​

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Answered by shashibhushanyadav48
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Answer:

बार वे किसी न किसी भाइटम का दाम ले और यी जब साल की बात दूसरे आइटम के राम यूटने लगी और हास्यने लागत किया था। दुकानदार ने अपनी खीय बच्चों पर निकालने के लिए कितना और तिल का मानक को यह कि मुठी में अपनी इच्छाओं को बंद लिए, बच्चों को भी उनीमा चुभन को बरदाश्त कर लेने के सिवा कुछ न कहने दिया बच्चों की इस पहल से बनी गीत थे, मैले-कुचल कपट पहने थे और उनके हाथ में एक व्या कानाकानया की * এ কাজ রাজ কাল स्टकार कर भगा रहा था। लेकिन वे तो 'विटाफिर' करने आया हर बात रखर होकर एक- अच्छे पटालों को देख रहे थे ताकि अपने मित्रों के बीच बैठकर इस विषय पर चर्चा काम कियानी पटाखों की दुकान का यह सारा ट्राय देखने के लिए उन्मय कब मर पास में चला गया यह मानव हुआ जब मैं सामान की लिस्ट देकर वहाँ रखे एक स्टूल पर बैठ गया सन्माय कायालयात रवानाकर ਸਬਰ ਕੀ ਵਸਾ ਦੀ ਤਾ ਇ ਕਰ ਜਾਬਰ ਗ ਤ ਬਣ ਬਹਾਲ ਰੂ ਵੀ ਹੈ। मतसल्ली हुई कि वह कहीं दूर नहीं गया। मेरा सामान पीक हो रहा था सो मेला इस बार कुछ यादही च्यान या अचानक उन्मयनेबार से मुझे पुकारा "दादाजी।"

Answered by azeenas09
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Answer:

hii shwetha

Explanation:

i am from tamil nadu

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