बातचीत के संबंध में बेन जाँनसन और एडिसन के क्या विचार है
Answers
बातचीत के संबंध में बेन जाँनसन और एडिसन के विचार हैं-
Explanation:
बातचीत के संबंध में बेन जॉनसन का कहना है कि बोलने से ही मनुष्य के रूप का साक्षात्कार हो जाता है। वे कहते हैं कि चार से अधिक के बीच की बातचीत तो केवल राम-रमौवल कहलाएगी। बातचीत का एक ख़ास बात यह है कि जिनको बात करने की लत पड़ जाती है वे इसके पीछे खाना पीना भी छोड़ बैठते हैं।
जबकि एडिसन का मत है कि असल बातचीत तो सिर्फ दो व्यक्तियों में हो सकती है। इसका तात्पर्य यह हुआ कि जब दो व्यक्ति होते हैं तभी अपना दिल एक दूसरे के सामने खोलते हैं। तीन से अधिक व्यक्ति हुए तो बात लम्बी हो जाती है।
Explanation:
रवि – रमन, कैसे हो?
रमन – मत पूछ यार गरमी से बुरा हाल है।
रवि – गरमी इसलिए बढ़ गई है क्योंकि वर्षा भी तो नहीं हो रही है।
रमन – 24 जुलाई भी बीतने को है पर बादलों का नामोनिशान भी नहीं है।
रवि – मेरे दादा जी कह रहे थे, पहले इतनी गरमी नहीं पड़ती थी और तब वर्षा भी खूब हुआ करती थी।
रमन – ठीक कह रहे थे तुम्हारे दादा जी। तब धरती पर आबादी कम थी परंतु पेड़-पौधों की कमी न थी।
रवि – वर्षा और पेड़ पौधों का क्या संबंध?
रमन – पेड़-पौधे वर्षा लाने में बहुत सहायक हैं। जहाँ अधिक वन हैं वहाँ वर्षा भी खूब होती है। इससे गरमी अपने आप कम हो जाती है।
रवि – फिर तो हमें भी अपने आसपास खूब सारे पेड़-पौधे लगाने चाहिए।
रमन – और हरे-भरे पेड़ों को कटने से बचाना भी चाहिए।
रवि – इस गरमी के बाद वर्षा ऋतु में खूब पौधे लगाएँगे।
रमन – यही ठीक रहेगा।