बादल, गरजो!
घेर घेर घोर गगन, धाराधर ओ!
ललित ललित, काले घुंघराले,
बाल कल्पना के से पाले,
विद्युत छबि उर में, कवि, नवजीवन वाले!
वज्र छिपा, नूतन कविता
फिर भर दो
बादल गरजो!
विकल विकल, उन्मन थे उन्मन
विश्व के निदाघ के सकल जन,
आए अज्ञात दिशा से अनंत के घन!
तप्त धरा, जल से फिर
शीतल कर दो –
बादल, गरजो!
identify the "ras" in the poem
Answers
Answered by
4
वीर रस उत्सह स्थाई भाव।।।।।।।।।।।।।
Anonymous:
there is no ras like tht ..
Answered by
4
HELLO
Answer:
वीर। रस
Explanation:
HOPE IT HELP
Similar questions