बादलों का वर्णन करते हुए कवि को कालिदास की याद क्यों आती है?
Answers
लेखक ने कलिदास को याद किया क्योंकि उसने ""मेघदूत"" नामक एक रचना लिखी है।
Explanation:
" 1) लेखक ने कलिदास को याद किया क्योंकि उसने ""मेघदूत"" नामक एक रचना लिखी है। इस रचना में उसने बादल का सबसे अच्छा हिस्सा दिखाया है।
2) कल्लीदास ने मेघदूत में लिखा है कि एक यक्ष को एक राजा द्वारा निर्वासित किया गया है, अब यक्ष को निर्वासित कर दिया गया है, इसलिए उसने मेघ का सहारा लिया और उसे अपने प्रेमी को संदेश भेजने के लिए अपना राजदूत बनाया।
3) लेखक ने उन स्थानों का पता लगाने की कोशिश की है जिनका उल्लेख कालिदास द्वारा किया गया है, लेकिन वह इसे खोजने में असमर्थ थे, इसलिए उन्होंने कालिदास को याद किया।"
Explanation:
हिमालय का भ्रमण करते हुए कभी उस स्थल पर पहुंच जाता है जिसे संस्कृत के महाकवि कालिदास ने अपने खंडकाव्य मेघदूत में अलकापुरी के रूप में विचित्र किया था साथ ही उन्होंने यह भी वर्णित किया था कि वहां निवास करने वाली विरहिणी यक्षिणी ने आकाश में छा रहे बादल को दूध बनाकर अपने प्रवासी प्रियतम को संदेश भेजा था कि वहां आकाश में छाए बादलों को देखकर कवि को वही मेघदूत याद आ जाता है परिणाम स्वरूप उसे मेघदूत की कल्पना करने वाले कबीर दास की भी याद आ जाती है