Badal kiski tarah ho gye the
Answers
Answered by
1
बदल दामाद की तरह हो गए थे ।
मेघ आये बड़ी ही अच्छी कविता है । मेघ आये में प्राकृतिक सौन्द्रिय प्रकट किया गया है । इसमें बदलो को दामाद प्रतीत किया गया है । मेघों के आने से हवाएं मस्ती से चलने लगती है । घरो के खिड़की दरवाजे खुलने लगे है ।
ऐसा प्रकट हो रहा है मानो सभी अथिति को देखने के लिए किवाड़ खोल रहे है । आंधी ऐसे जोर से चल रही है जैसे गाँव की युवतियाँ घागरा उठाए तेज से दौड़ रही है । पीपल का बूढ़ा वृक्ष ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो जैसे बादलों से शिकायत कर रहा हो ।
आकाश में बिजली चमकने लगी है । धीरे धीरे बारिश भी आने लगी । रिमझिम रिमझिम बुँदे बरस रही है ।
मेघ आये बड़ी ही अच्छी कविता है । मेघ आये में प्राकृतिक सौन्द्रिय प्रकट किया गया है । इसमें बदलो को दामाद प्रतीत किया गया है । मेघों के आने से हवाएं मस्ती से चलने लगती है । घरो के खिड़की दरवाजे खुलने लगे है ।
ऐसा प्रकट हो रहा है मानो सभी अथिति को देखने के लिए किवाड़ खोल रहे है । आंधी ऐसे जोर से चल रही है जैसे गाँव की युवतियाँ घागरा उठाए तेज से दौड़ रही है । पीपल का बूढ़ा वृक्ष ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो जैसे बादलों से शिकायत कर रहा हो ।
आकाश में बिजली चमकने लगी है । धीरे धीरे बारिश भी आने लगी । रिमझिम रिमझिम बुँदे बरस रही है ।
Answered by
0
Answer:
बादल एकदम सफेद कपास की तरह हो गया था ।
Similar questions