badhti jansankhya par nibandh
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जनसँख्या पर निबंध 1 (200 शब्द)
विश्व की आबादी बहुत तेजी से बढ़ रही है। पिछले पांच से छह दशकों में विशेष रूप से मानव आबादी में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है। इसके पीछे कई कारण हैं। इसके लिए मुख्य कारणों में से एक चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में विकास है जिसने मृत्यु दर को घटा दिया है। एक और कारण विशेष रूप से गरीब और विकासशील देशों में बढ़ती जन्म दर है। शिक्षा का अभाव और परिवार नियोजन की कमी इन देशों में उच्च जन्म दर के लिए शीर्ष कारणों में से एक है।
विडंबना यह है कि जहाँ एक तरफ मानव आबादी तेजी से बढ़ रही है वही दूसरी ओर जानवरों और पक्षियों की जनसंख्या दिन प्रतिदिन कम हो रही है। अपनी जरूरतों को पूरा करने के प्रयास में जंगली जानवरों के लिए आश्रय के रूप में सेवा करने वाले जंगलों को भी इंसान काट रहे हैं। इसके कारण पशुओं और पक्षियों की कई प्रजातियां प्रभावित हुई हैं। बढ़ते यातायात और विभिन्न उद्योगों की स्थापना के कारण बढ़ता प्रदूषण जीवों की आबादी में कमी का एक और कारण है। इसकी ही वजह से मौसम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
यह सही समय है कि ज्यादा आबादी वाले देशों की सरकारों को आबादी पर नियंत्रण रखने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए नहीं तो हमारा ग्रह मानवता के अस्तित्व के लिए उपयुक्त नहीं रहेगा।
Answer:
bharat
Explanation:
भूमिका – भारत के सामने अनेक समस्याएँ चुनौती बनकर खड़ी हैं | जनसंख्या-विस्फोट उनमें से सर्वाधिक है | एक अरब भारतियों के पास धरती, खनिज, साधन आज भी वही हैं जो 50 साल पहले थे | परिणामस्वरूप लोगों के पास जमीन कम, आय कम और समस्याएँ अधिक बढ़ती जा रही हैं |
भारत की जनसंख्या – आज विश्व का हर छठा नागरिक भारतीय है | चीन के बाद भारत भी आबादी सर्वाधिक है | एक अरब भारतियों के पास धरती, खनिज, साधन आज भी वही हैं जो 50 साल पहले थे | परिणामस्वरूप लोगों के पास जमीन कम, आय कम और समस्याएँ अधिक बढ़ती जा रही हैं |
जनसंख्या-वृद्धि के कारण – भारतीय परंपराओं में बाल-बच्चों से भरा-पूरा घर ही सुख का सागर माना जाता है | इसलिए शादी करना और बच्चों की फौज़ जमा करने में हर नागरिक रूचि लेता है | यहाँ के लोग मानते हैं कि पिता का वंश चलाना हमारा धर्म है | ईश्वर-प्राप्ति के लिए पुत्र का होना अनिवार्य मन जाता है | परिणामस्वरूप लड़कियाँ होने पर संतान बढती जाती है |
दुष्परिनाम – जनसंख्या के दुष्परिणामों की कहानी स्पष्ट और प्रकट है | जहाँ भी देखो, हर जगह भीड़ ही भीड़ का सम्राज्य है | भीड़ के कारण हर जगह गंदगी, अव्यवस्था और हौचपौच है | देश का समुचित विकास नहीं हो पा रहा | खुशहाली की जगह लाचारी बढ़ रही है | बेकारी से परेशान लोग हिंसा, उपद्रव और चोरी-डकैती पर उतर आते हैं |
समाधान – जनसंख्या-वृद्धि रोकने के लिए आवश्यक है कि हर नागरिक अपने परिवार को सीमित करे | एक-से अधिक संतान को जन्म न दे | लड़के-लड़की को एक समान मानने से भी जनसंख्या पर नियंत्रण हो सकता है |
परिवार-नियोजन के साधनों के उचित उपयोग से परिवार को मनचाहे समय तक रोका जा सकता है | आज जनसंख्या रोकना राष्ट्रीय धर्म है | इसके लिए कुछ भी करना पड़े, वह करना चाहिए |