बच्चे का उधर उधर कहना क्या प्रकट करता है?
Answers
Explanation:
दूसरा व्यक्ति : (इशारा करके) उधर देखो, वह नीला परदा है न? प्रताप ... (खिड़की से झाँककर देखते हैं) क्यों भाई क्या बात है? ... (बाहर आकर) तेरा भाई कौन है ...
केदारनाथ सिंह द्वारा रचित ‘दिशा’ कविता में बच्चे का उधर-उधर कहना ये प्रकट करता है कि जिस दिशा में उसकी पतंग उड़ी जा रही है, उसे तो उसी दिशा का ज्ञान है। वह तो केवल उसी दिशा को जानता है, जहाँ उसकी पतंग उड़ी जा रही है। हिमालय किधर इसका उसे ज्ञान नही है, वह उसी दिशा में हिमालय को समझता है, जिस दिशा में उसकी पतंग उड़ी जा रही है।
कवि इस कविता के माध्यम से अपने लक्ष्य और कर्म के प्रति लगन के भाव को प्रकट करता है। एक पतंग उड़ाता बच्चा पतंग उड़ाने में इतना मगन है, कि उस दुनियादारी का होश नही है। कवि द्वारा पूछे जाने पर वह उसी दिशा में हिमालय को बताता है, जिस दिशा में उसकी पतंग उड़ी जा रही है।