बचपन की स्मृतियां कैसी होती हैं
Answers
Answered by
1
बचपन की स्मृतियां विचित्र मीठे सपनों जैसी होती है।
- बचपन की यादें हम कभी नहीं भूलते ।
- बचपन ऐसा समय होता है जब हम चिंता मुक्त अपनी ही दुनिया में खोए रहते है । न कोई तनाव रहता है न किसी का डर।
- जब हम बच्चे होते है तो इस संसार की चिंताओं से अछूते होते है , हम अल्हड़ होते है , बस एक अपनी ही दुनिया में खोए रहते है। जैसे जैसे बड़े होते है , वैसे वैसे हम सांसारिक बनते जाते है।
- बचपन की यादें हम कभी नहीं भूलते , वो
चिढना, चिढाना , मुंह बनाना , कुट्टी करना,
एक दूसरे को मनाना , बात बात पर झगड़ा ।
करना आदि बातों का अपना ही एक आनंद
होता है।
- बच्चो का मन साफ होता है इसलिए बचपन निर्मल होता है। किसी के लिए द्वेष , ईर्ष्या की भावना नहीं होती। काश हम बड़े होने के बाद भी ऐसे ही रहते तो इस संसार में देशों कर बीच झगडे ही नहीं होते , जाति पाती का भेद नहीं होता।
#SPJ1
Similar questions